बाघों के आंकड़े विभाग के लिए चुनौती
रायपुर | छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के उदंती सीतानदी में टाइगर रिजर्व का कार्यालय तो खुल गया है, पर सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि बाघों की संख्या कितनी है? क्योंकि अब तक अनुमानित आंकड़े ही विभाग के पास मौजूद नहीं हैं. विभाग के मुताबिक 2010 की गणना के अनुसार बाघों की संख्या पांच से 10 बताई जा रही है. अब विभाग के सामने बाघों के वास्तविक आंकड़े एकत्र करना एक बड़ी चुनौती होगी. इस रिजर्व एरिया में वास्तविक रूप से बाघों की संख्या कितनी है, इसके लिए जनवरी माह से युद्ध स्तर पर बाघों की गणना की जाएगी.
इसके लिए दो मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए हैं, जिनकी पिछले दिनों कान्हा में ट्रेनिंग हुई है. 2009 से उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व का दफ्तर शुरू किया गया है. लेकिन अभी तक विभाग के पास बाघों से सम्बंधित कोई अनुमानित आंकड़े भी उपलब्ध नहीं है.
जानकारी के मुताबिक रिजर्व एरिया के अंतर्गत आठ वन परिक्षेत्र पड़ते हैं जिसमें उदंती सीतानदी अभयारण्य का क्षेत्र भी शामिल है. इसके अलावा रिजर्व क्षेत्र में गरियाबंद और धमतरी जिला भी आता है. कुल्हाड़ीघाट, दक्षिण उदंती, उत्तर उदंती, इंदागांव, तौरेंगा, गरियाबंद जिला, अलसीकन्हार, सीतानदी, रिसगांव, धमतरी जिले तक टाइगर रिजर्व 1840 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है.
इन इलाकों में बाघों के वास्तविक आंकड़े सामने लाने के लिए विभाग की तैयारी शुरू हो गई है. दो माह बाद नए साल में इस टाइगर रिजर्व में बाघ के आंकड़े इकट्ठा करने कर्मचारी जंगल की खाक छानेंगे तथा ट्रांजिट नक्शे के मुताबिक बाघ ढूंढने का कार्य करेंगे. पहले बाघों के पंजों का सैंपल लेकर गणना कर दी जाती थी.
टाइगर रिजर्व के उपसंचालक के.आर. उइके ने बताया कि रिजर्व एरिया में बाघ की गणना का कार्य जनवरी माह से होगा. बहरहाल इस टाइगर रिजर्व एरिया में बाघ हैं भी या नहीं, इसको लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.