छत्तीसगढ़ के एक भी कलाकार को नहीं मिली वित्तीय सहायता
रायपुर| डेस्कः छत्तीसगढ़ के एक भी लोक कलाकार को केन्द्र सरकार से वित्तीय सहायता राशि नहीं मिल रही है. केंद्र सरकार
का संस्कृति विभाग, कलाकारों को 6 हजार रुपये हर महीने देता है.
पड़ोसी राज्य ओडिशा के 2049 कलाकारों को वित्तीय सहायता राशि प्रदान की गई. वहीं महाराष्ट्र दूसरे नंबर है. यहां के 1995 कलाकार इस योजना से लाभान्वित हुए.
केन्द्र सरकार द्वारा वर्तमान में देश के 19 राज्यों के कुल 7333 कलाकारों को वित्तीय सहायता राशि आबंटित की गई. इसमें सबसे ज्यादा कलाकार 2049 ओडिशा के हैं, तो सबसे कम 4 कलाकार नागालैंड के हैं.
इसी तरह छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के 55 और झारखंड के 13 कलाकारों को भी इस योजना का लाभ मिल रहा है.
केंद्र सरकार का लाभ लेने वाले कलाकों में कर्नाटक के 834, आंध्र प्रदेश के 507, तेलंगाना के 673, उत्तर प्रदेश के 231, असम के 36, बिहार के 41, दिल्ली के 34, हरियाणा के 21, मणिपुर के 116, तमिलनाडु के 264, राजस्थान के 9, पश्चिम बंगाल के 94, उत्तराखंड के 13, हरियाणा के 21 और बिहार के 41 कलाकार शामिल हैं.
6 हजार मासिक अनुदान
केंद्र सरकार के संस्कृति विभाग की इस योजना की अंतिम बार समीक्षा साल 2022 में की गई थी.
कोरोना काल के बाद की गई समीक्षा में पता चला कि कोरोना के दौरान लगभग 400 कलाकारों की मृत्यु हो गई है.
दिवंगत कलाकारों को मिलने वाले लाभ को बंद करने का फैसला लेते हुए कलाकारों से दस्तावेज मंगवाए गए थे, जिसमें देश से कुल 7333 कलाकारों ने दस्तावेज प्रस्तुत किए थे.
सरकार ने 1 जून 2022 से इस योजना के अंतर्गत मासिक वित्तीय सहायता राशि को 4000 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये कर दिया है.
छत्तीसगढ़ के दो संगठनों को 15 लाख
हालांकि कलाकारों को संस्कृति विभाग से भले कोई मदद नहीं मिली हो लेकिन राज्य की दो संस्थाओं को पिछले 5 सालों में अभिनय कला के प्रदर्शन के लिए स्टूडियो, थिएटर सहित भवन निर्माण के लिए अनुदान के रूप में धनराशि जरुर दी गई है.
पहली बार साल 2020-21 में 7.5 लाख और साल 2022-23 में फिर 7.5 लाख रुपये जारी की थी.
हालांकि कई राज्यों के 15-20 संगठनों को तीन-चार बार धनराशि मिल चुका है. सरकार ने पिछले पांच साल में कुल 93 संगठनों को 606.2 लाख रुपये आबंटित किया है.