उत्तर कोरिया ने की UN प्रस्ताव की निंदा
प्योंगयांग | समाचार डेस्क: उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र संघ के नए प्रस्ताव की कड़े शब्दों में निंदा की. उसने कहा है कि वह इसके जवाब में ‘मजबूत कदम’ उठाएगा. उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु परीक्षण से बाज नहीं आने की वजह से संयुक्त राष्ट्र ने नए प्रस्ताव के जरिए उस पर लगे प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया है.
उत्तर कोरिया ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है, “यह एक संप्रभु एवं रक्षात्मक देश को अलग-थलग करने के लिए किया गया बदतरीन और बेहद साफ नजर आने वाला अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक कृत्य है.”
बयान में कहा गया है कि यह प्रस्ताव उत्तर कोरिया के ‘न्यायोचित उद्देश्यों और संप्रभुता को बुरी तरह चेतावनी देने वाला’ और ‘सर्वाधिक घृणित उकसाने वाला’ है.
उत्तर कोरिया ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया और कहा है कि वह जवाब में ऐसे कदम उठाएगा ‘जिसमें मजबूत और निष्ठुर जवाबी कार्रवाई के सभी उपाय समाहित होंगे.’
उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी है कि वह अपनी संप्रभुता में इस तरह की दखलंदाजी और अस्तित्व के अधिकार को दी जा रही चुनौती का मूकदर्शक नहीं बना रहेगा.
बयान में कहा गया है कि ‘यह प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा गढ़ा गया एक आपराधिक दस्तावेज है और ऐसा अमरीका, अन्य महत्वपूर्ण देशों और उनके समर्थकों के इशारे पर किया गया है.’
उत्तरी कोरिया ने कहा है कि अगर कोरियाई प्रायद्वीप में ‘कोई अवांछित’ घटना होती है तो इस प्रस्ताव का समर्थन करने वाले अमरीका व अन्य देश इसके लिए और इसके नतीजों के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे.
चीन की संयम की अपील
उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन द्वारा सेना को किसी भी समय परमाणु हमले के लिए तैयार रहने के बयान के बाद चीन ने शुक्रवार को संबंधित पक्षों से सावधानी व संयम बरतने की अपील की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कोरियाई प्रायद्वीप में वर्तमान हालात जटिल व संवेदनशील हो गए हैं, इसलिए चीन उम्मीद करता है कि संबंधित पक्ष संयम बरत सकते हैं और आगे तनाव को और न बढ़ाने के लिए शब्दों का चयन सावधानीपूर्वक करेंगे.”
रूस ने जताई चिंता
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा लगाए गए हालिया प्रतिबंधों को लेकर उत्तर कोरिया के बयान पर शुक्रवार को चिंता जताई. समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कॉव ने कहा, “निश्चित तौर पर यह गंभीर चिंता की बात है. हम हालात पर निगाह रखे हुए हैं और उम्मीद जताते हैं कि इन जटिल हालात में सभी क्षेत्रीय व संबंधित देश संयम व संतुलित दृष्टिकोण दर्शाएंगे.”