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धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं-अमित शाह

मेदनीनगर | संवाददाता: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि देश में कोई भी धर्म विशेष को कभी भी आरक्षण नहीं दिया जा सकता. उन्होंने कहा कि भाजपा जब तक सत्ता में है, इस देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा.

अमित शाह शनिवार को झारखंड के छतरपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे.

गौरतलब है कि कई मुस्लिम समुदाय केंद्र और राज्य स्तर पर ओबीसी आरक्षण के हकदार हैं. यह संविधान के अनुच्छेद 16(4) से उपजा है, जो “नागरिकों के पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण की गारंटी देता है, जो राज्य की राय में, राज्य के अधीन सेवाओं में पर्याप्त रूप से प्रतिनिधित्व नहीं करता है.”

न्यायमूर्ति ओ. चिन्नाप्पा रेड्डी की अध्यक्षता वाले तीसरे पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपनी रिपोर्ट में मुसलमानों को “शैक्षणिक और सामाजिक रूप से पिछड़े” के रूप में वर्गीकृत किया और आगे निष्कर्ष निकाला कि मुसलमानों की आर्थिक दुर्दशा कई शैक्षिक मापदंडों में एससी के करीब है. इसने संविधान के अनुच्छेद 15 (4) के तहत मुसलमानों के लिए विशेष शैक्षिक आरक्षण की सिफारिश की. 2006 में, न्यायमूर्ति सच्चर समिति की रिपोर्ट इसी तरह के निष्कर्षों पर पहुंची.

कई मुस्लिम समुदाय केन्द्रीय और राज्य स्तर पर ओबीसी आरक्षण के हकदार हैं. कर्नाटक में ओबीसी के लिए 32% आरक्षण में से 4% की उप-श्रेणी मुसलमानों के लिए आरक्षित की गई. इसी तरह आंध्र प्रदेश में, जहां मुस्लिम जनसंख्या 9.5% है, कुछ संप्रदाय जैसे दुदेकुला, लद्दाफ, नूरबाश और मेहतर को 7% से 10% तक ओबीसी कोटा प्राप्त है. केरल में 30% ओबीसी कोटे में से मुसलमानों को शैक्षणिक संस्थानों में 8% और सरकारी नौकरियों में 10% आरक्षण मिलता है. तमिलनाडु में मुसलमानों के लिए उनके सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन के आधार पर 3.5% आरक्षण की व्यवस्था है.

क्या कहा अमित शाह ने

छतरपुर की सभा में अमित शाह ने कहा, “नरेंद्र मोदी ने केंद्र की सभी परीक्षाओं और नौकरियों में पिछड़ा वर्ग को 27 फ़ीसदी आरक्षण देने का काम किया. मोदी जी ने ही पिछड़ा वर्ग आयोग बनाकर उसे संवैधानिक दर्जा देने का काम किया.”

गृह मंत्री ने कहा, “कांग्रेस पार्टी संविधान और आरक्षण की बात करती है. मगर हमारे संविधान मे कहीं पर भी धर्म के आधार पर आरक्षण का स्थान नहीं है. कोई भी धर्म विशेष को कभी भी आरक्षण नहीं दिया जा सकता.”

अमित शाह ने कहा, “महाराष्ट्र में उलेमाओं के समूह ने कांग्रेस को एक ज्ञापन दिया कि 10 फ़ीसदी आरक्षण मुसलमानों को दिया जाए. और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम इसमें आपकी सहायता करेंगे.”

अमित शाह ने कहा, “अगर मुसलमानों को 10 फ़ीसदी आरक्षण मिलता है तो कम किसका होगा? पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासी का कम होगा. कांग्रेस पार्टी इन तीनों का आरक्षण काटकर मुसलमानों को देना चाहती है.”

अमित शाह ने राहुल गांधी का ज़िक्र करते हुए कहा, “मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि भले ही आपके मन में कोई भी साज़िश क्यों ना हो जब तक बीजेपी है इस देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा.”

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