नक्सलवाद तीन साल में खत्म हो सकता है
नई दिल्ली | संवाददाता: नक्सलवाद को खत्म करने के लिये मुझे अधिकतम तीन साल दे दें.छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को चाहिये कि वो देश के सबसे बेहतर व्यक्ति को डीजीपी बनायें. छत्तीसगढ़ के पूर्व सुरक्षा सलाहकार केपीएस गिल ने यह दावा किया है.
उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ने की रणनीति ठीक नहीं है. पहले उसे दुरुस्त करना होगा. गिल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को अपनी प्राथमिकता भी तय करनी होगी. उन्होंने कहा है कि सुरक्षाबलों के बीच समन्वय जरुरी है.
एनडीटीवी के कार्यक्रम वॉक द टॉक में वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता से बातचीत में गिल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के डीजीपी को सबसे पहले बदल देना चाहिये. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह को चाहिये कि वे देश के सबसे अच्छे व्यक्ति को डीजीपी बनायें, चाहे वह किसी भी कॉडर का हो. गिल ने कहा कि बस्तर में सड़कों का निर्माण बहुत ज़रुरी है.
उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुये कहा कि पुलिस को अपनी कार्यप्रणाली बदलनी होगी. गिल ने यह भी कहा कि सुरक्षाबलों के बीच समन्वय ज़रुरी है.
केपीएस गिल ने कहा कि 2006 में सुरक्षा सलाहकार रहते हुये उन्होंने पूरे छत्तीसगढ़ का दौरा किया लेकिन मुझे कभी किसी जगह एक कांस्टेबल तक नज़र नहीं आया. गिल ने सलवा जुड़ूम को एक बेहतर विचार बताते हुये कहा कि इससे नक्सलवाद को खत्म करने में मदद मिल सकती थी. गिल ने पंजाब और छत्तीसगढ़ की तुलना करते हुये कहा कि पंजाब में मुख्यमंत्री बेअंत सिंह ने कभी भी पुलिस के काम में हस्तक्षेप नहीं किया.