बैन का विरोध राजनीतिक- नायडू
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: वेंकैंया नायडू ने कहा विरोध राजनीति से प्रेरित है. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा एनडीटीवी पर एक दिन के लिये लगाये गये बैन के विरोध में बोलते हुये कहा कि यह विरोध राजनीति से प्रेरित है. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को एनडीटीवी पर आये प्राइम टाइम कार्यक्रम के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निर्णय का व्यापक तौर पर विरोध किया जा रहा है.
एम वेंकैंया नायडू ने ट्वीट करके कहा है प्रेस की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है परन्तु देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया जा सकता.
Freedom of press is important. But Country's security can't be compromised, that is paramount…
— M Venkaiah Naidu (@MVenkaiahNaidu) 5 नवंबर 2016
उन्होंने सवाल किया है देश की सुरक्षा ज्यादा अहम है या टीवी चैनल की टीआरपी.
Its time to ponder if security of the nation is important or TRPs -television rating points of tv channels.
— M Venkaiah Naidu (@MVenkaiahNaidu) 5 नवंबर 2016
उन्होंने कहा कि इस साल जनवरी में पठानकोट में सुरक्षा बल के आतंकवाद विरोधी अभियानों का लाइव कवरेज करने के दौरान नियमों का उल्लंघन करने पर एनडीटीवी के खिलाफ प्रस्तावित कार्रवाई को लेकर देरी से हो रही आलोचना स्पष्ट रूप से आधी अधूरी सूचना और राजनीति से प्रेरित है.
नायडू ने बताया कि तीन नवंबर 2016 को सरकार के निर्णय के सार्वजनिक होने के एक दिन बाद ऐसी प्रतिक्रियाएं सामने आयी जो स्पष्ट रूप से बिना बात विवाद पैदा करने की भावना से प्रेरित हैं.
उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों को जानना चाहिए कि 2005-14 के दौरान सप्रंग सरकार ने 21 मामलों में कई टीवी चैनलों को बंद करने का आदेश दिया था. एक दिन से दो महीने की समयावधि के दौरान वयस्क प्रमाणपत्र वाली फिल्म दिखाये जाने वाले 13 मामले थे. उन्होंने बताया कि एक स्टिंग ऑपरेशन दिखाने पर एक चैनल को 30 दिनों के लिए बंद कर दिया गया था.
UPA govt took tv channels off air 21 times for showing objectional visuals and A grade certified films at the stroke of midnight 1/
— M Venkaiah Naidu (@MVenkaiahNaidu) 5 नवंबर 2016
Isn't showing anti-terror ops live in broad day light a more serious threat to country? people know which is a serious concern. 2
— M Venkaiah Naidu (@MVenkaiahNaidu) 5 नवंबर 2016