बाज़ार

काला धन को सफेद बना रहे हैं बैंक

नई दिल्ली: कोबरा पोस्ट ने ‘ऑपरेशन रेड स्पाइडर’ के जरिए स्टिंग करके तीन बड़े प्राइवेट बैंकों में ब्लैक मनी को वाइट मनी में बदलने के गोरखधंधे से पर्दा हटाया है. कोबरा पोस्ट ने 3 निजी बैंकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि बैंकिंग सिस्टम को जरिया बनाकर काला धन विदेशों में भेजा जा रहा है. खुलासे के बाद आईसीआईसीआई बैंक ने हाई लेवल जांच कमेटी बनाने का ऐलान किया है।

गौरतलब है कि कोबरापोस्ट ने दावा किया है कि एचडीफीसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक काला धन को सफेद बनाने के धंधे में जुटे हुये हैं. ऑपरेशन रेड स्पाइडर द्वारा एक स्टिंग ऑपरेशन करके पत्रकार अनिरुद्ध बहल ने यह सनसनीखेज राज सामने लाया है कि इन तीनों बैंकों द्वारा फेमा के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए डिमांड ड्राफ्ट के जरिए ब्लैक मनी जमा किए जाते हैं. ऐसा करने वाले ग्राहकों से केवाईसी यानी नो योर कस्टमर और पैन तक नहीं मांगे जाते हैं. एक नेता का एजेंट बन कर किये गये स्टिंग ऑपरेशन में यह राज सामने आया है.

काला धन को सफेद बनाने वाले इन तीनों बैंकों- एचडीफीसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक के दर्जनों ब्रांचों में कोबरा पोस्ट की टीम गई और उसने सैकड़ों घंटों की रिकार्डिंग की. इन रिकार्डिंग से यह बात सामने आई कि इन तीनों बैंकों में मनी लाउन्ड्रिंग का गोरखधंधा बेरोकटोक चलाया जा रहा है.

कोबरा पोस्ट ने इन तीनों बैंकों द्वारा की गई जिन गड़बड़ियों का उल्लेख किया है, उसके अनुसार नकद कालाधन लेकर इंश्योरेंश और सोने में निवेश, कालेधन को बैंकों की निवेश योजनाओं में खपाने के लिए खोलते हैं अकाउंट, बिना पैन कार्ड के खुल जाता हैं काले धन वालों का अकाउंट, आरबीआई के नियमों की उड़ाई जाती हैं धज्जियां, ग्राहक के कालेधन को छोटे हिस्सों में बांट कर जमा करते हैं बैंक, बैंक कालेधन को सफेद में बदलने के लिए बेनानी अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं, कालेधन को खपाने के लिए दूसरे ग्राहकों के अकाउंट का इस्तेमाल, कालेधन को सफेद बनाने के लिए बैंक बनाते हैं ड्राफ्ट जिसका जिक्र ग्राहक के अकाउंट में नहीं होता, कालाधन देने वाले ग्राहकों की पहचान बैंक गोपनीय रखते हैं, किसी ग्राहक का कालाधन खपाने के लिए कई अकाउंट खोले और जरूरत के हिसाब से बंद किए जाते हैं, कालेधन को खपाने के लिए कई योजनाओं में अलग-अलग नामों से निवेश, फर्जी नामों का इस्तेमाल, अवैध नगदी रखने के लिए लॉकर दिए जाते हैं, करोड़ों की नगदी रखने के लिए बड़े लॉकर का भी इस्तेमाल, डील करने और कालाधन ले जाने के लिए बैंक के लोग खुद ग्राहक के घर आते हैं, नोट गिनने की मशीन भी लाते हैं, कालेधन को निवेश करने के लिए फॉर्म 60 का होता है इस्तेमाल, कालेधन को विदेश भेजने में भी बैंक करता है मदद.

अनिरुद्ध बहल का दावा है कि इन बैंकों की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग की सेवाओं का बिल्कुल खुले तौर पर पेशकश की जाती है. वैसे कस्टमर्स को भी ये सुविधाएं दी जाती हैं, जो गैर कानूनी रकम को निवेश करना चाहते हैं. गैर-कानूनी तरीके से कमाई गई नकद राशि को निवेश करने के लिए कई बेखौफ विकल्प सुझाए गए.

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