तो मायावती छोड़ देंगी हिंदू धर्म
आजमगढ़ | डेस्क : मायावती ने कहा है कि अगर हिंदू धर्माचार्य नहीं सुधरे तो वो हिंदू धर्म छोड़ देंगी. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देश के हालात खराब हैं और हिंदू धर्म के धर्माचार्य अधर्म में जुटे हुये हैं. ऐसे में वह भी हिंदू धर्म छोड़ देंगी.
मायावती ने आजमगढ़ में एक सभा को संबोधित करते हुये कहा कि अगर हिंदू धर्माचार्य नहीं सुधरे, तो उचित समय पर वह भी बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की तरह बौद्ध धर्म अपना सकती हैं. मायावती ने कहा कि बाबा साहब ने 1935 में कहा कि मैं हिंदू पैदा हुआ यह मेरे बस की बात नहीं, लेकिन मैं इस धर्म में मरूंगा नहीं. बाबा साहब ने हिंदू धर्म में छुआछूत के चलते बौद्ध धर्म अपनाया। इस घटना के बाद भी हिन्दू धर्माचार्य अभी तक नहीं सुधरे हैं. इसके चलते आने वाले समय में मैं भी बौद्ध धर्म अपना सकती हूं.
मायावती ने भाजपा पर हमला बोलते हुये कहा कि भाजपा के कारण देश में भय का माहौल है. भाजपा हिंदुत्व को अजेंडा बनाकर लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गई है. मायावती ने कहा कि हिंदुओं को भ्रमित करने के लिए राम मंदिर का राग फिर अलापा जा रहा है, जबकि राम मंदिर बनने या भगवान को चढ़ावा चढ़ाने से आपकी जेब ही ढीली होगी.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, देश में आरएसएस की पूंजीवादी योजना को लागू करने के साथ सांप्रदायिक सोच थोप रही है. भाजपा के लोगों ने 2014 में हुए चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी करके चोट पहुंचाई. इससे हमारी पार्टी भी प्रभावित हुई. उस समय कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों के कारण देश में गुस्सा था.
चुनाव और उसके बाद खड़े विवाद पर मायावती ने कहा कि इस मामले में जब मैंने राज्यसभा में तथ्यों के साथ बात रखी तो सत्ता पक्ष के लोगों ने शोरगुल किया और मुझे बोलने नहीं दिया गया. इस वजह से मुझे इस 18 जुलाई को मुझे राज्यसभा पद से इस्तीफा देना पड़ा. जब हम देश की सबसे बड़ी संस्था में गरीब और दलितों के हित की बात नहीं रख सकते तो मेरे लिए राज्यसभा में बने रहने का औचित्य नहीं था.