बच्चे को तेंदुआ ले गया, वन विभाग सीमा विवाद में उलझा
धमतरी | संवाददाताः छत्तीसगढ़ के धमतरी में तीन साल के एक बच्चे को तेंदुआ उठा कर ले गया. इधर वन विभाग ने तलाशी अभियान इसलिए शुरु नहीं किया क्योंकि कांकेर और धमतरी का वन अमला, इसे एक-दूसरे का इलाका बता कर पल्ला झाड़ने में लगा हुआ था.
कांकेर इलाके के डीएफओ को जब जानकारी मिली तो सोमवार को दोपहर बाद बच्चे को तलाशने की कवायद शुरु हुई.
धमतरी वन मंडल के ग्राम पंचायत जैतपुरी के ग्रामीणों का कहना है कि आश्रित ग्राम कोडमुड़ से एक तीन साल के बच्चे को तेंदुआ द्वारा उठा कर ले गया.
घटना रविवार 4 अगस्त, शाम की है.
इसके बाद गांव वालों ने स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई.
इधर घटना स्थल को लेकर धमतरी और रायपुर के वन अमले के बीच बहस छिड़ गई कि घटनास्थल किसके क्षेत्र में है.
धमतरी जिले के बेलर तहसील के ग्राम कोडमुड़ का यह इलाका कांकेर वन मंडल के दुधावा डैम ले लगा हुआ है.
यह पहाड़ी इलाका है और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है.
मिली जानकारी के अनुसार कांकेर और धमतरी डीएफओ सोमवार को छुट्टी पर हैं.
इस वजह से रायपुर डीएफओ के पास ही धमतरी का भी प्रभार है.
मामला डीएफओ की जानकारी में आया तो उन्होेंने तलाशी अभियान शुरु करने के निर्देश दिए.