कोरबाछत्तीसगढ़

कोरबा के दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझी

कोरबा | संवाददाता: कोरबा के उरगा थानांतर्गत ग्राम सरगबुंदियां के वृद्घ दंपत्ति बिहारीलाल साहू व पत्नी बिनतीबाई साहू की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं उसका एक साथी पुलिस की पकड़ से दूर है. पुलिस का कहना है कि उसने हत्या में प्रयुक्त पटिया को भी जप्त कर लिया है. पुलिस के अनुसार आरोपी ने गांजा नहीं दिये जाने पर वारदात को अंजाम देना कबूल किया है.

इस हत्याकांड को लेकर पुलिस कप्तान बी एन मीणा ने बताया कि वृद्घ दंपत्ति बिहारीलाल साहू व उसकी पत्नी बिनतीबाई साहू की हत्या करने वाले आरोपी उरगा, सरगबुंदिया निवासी मानेश्वर उर्फ कोरबिहा चौहान पिता स्व. हेमलाल चौहान 43 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं हत्या में शामिल एक अन्य आरोपी छतराम चौहान पिता वैशाखूराम चौहान 38 वर्ष की तलाश की जा रही है. वारदात के बाद से वह फरार है. शीघ्र ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

पुलिस कप्तान ने बताया कि मृतक 20 वर्ष पूर्व एसईसीएल गेवरा में ड्राईवर था. अपने सनकी रवैये की वजह से उसकी नौकरी से छुट्टी कर दी गयी थी. कुछ समय कुसमुंडा में गुजारने के बाद वह अपने पैतृक ग्राम सरगबुंदिया चला गया था. जहां भाईयों से बंटवारा के बाद गांव के बाहरी जगह पर उसने मकान बनया था. जीविका के लिए पर्याप्त साधन नहीं होने से मृतक ने छिपकर गांजा की पुड़िया बेचना शुरू कर दिया. उसके घर गांव तथा बाहर के लोगों का आना जाना लगा रहता था.

वारदात के दिन गांव में ही रहने वाले आरोपी मानेश्वर उर्फ कोरबिहा चौहान व छतराम चौहान शराब के नशे में धुत होकर उसके घर पर गांजा लेने पहुंचे हुए थे. जिस पर रात लगभग आठ बजे बिहारीलाल साहू ने उन्हें गांजा देने से इंकार कर दिया. जिससे आरोपी आवेश में आ गये. जिसके बाद नशे में चूर छतराम ने बिहारीलाल का गला पकड़ लिया. बिहारी ने प्रतिरोध किया तो पास रखे रस्सी से उसके गले को दबा दिया तथा चाकू से भी वार किया एवं घायल बिहारलाल के हाथ-पैर रस्सी से बांध दिया एवं मुंह में कपड़ा ठूंस दिया गया. अपने पति को मारते देख पत्नी बिनतीबाई बाहर भागी. भागते समय आरोपियों ने उसे आंगन में पकड़ लिया और लकड़ी के पटिया से उस पर भी वार कर दिया तथा घसीटते हुए अंदर लाकर उसके हाथ पैर बांधते हुए मुंह में कपड़ा ठूंस दिया. बाद में दोनों की मौत हो गई.

लालच में आकर आरोपियों ने पहने हुए और कमरे में रखे गहने तथा पैसे एक पोटली में रखकर वहां से फरार हो गये. पुलिस ने बताया कि मामले को सुलझाने के लिए उरगा, क्राईमब्रांच, कुसमुंडा, दीपका के अलावा मानिकपुर चौकी प्रभारी एवं कुछ चुनिंदा कर्मचारियों की एक विशेष टीम तैयार की गयी थी, जिनके द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही थी.

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