कोरबा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हड़ताल पर
कोरबा | अब्दुल असलम: राष्ट्रीय फडरेशन के आह्वान पर कोरबा जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं ने काम बंद कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बेमियादी हड़ताल से जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में ताला लटक गया है. साथ ही मध्यान्न भोजन दवा वितरण सहित अन्य कार्य पूरी तरह प्रभावित है. 13 सूत्रीय मांगो को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घंटाघर चौक पर आवाज बुंलद कर रहे है.
हड़ताली आंगनबाड़ी सहायिका-कार्यकताओं ने बताया कि उन्होंने विगत 10 जुलाई 2013 को महिला एवं बाल विकास क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं के निराकरण हेतु ज्ञापन जिलाधीश को सौंपा था. इसके बाद भी उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं हो पाया. पुन: 13 फरवरी 2014 को उन्होंने ज्ञापन सौंपा जिसमें 15 दिनों के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर आज 28 फरवरी से बेमियादी हड़ताल की चेतावनी दी गई थी.
आज सुबह से ही घंटाघर चौक में जिले के सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दिया है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती वे आंदोलन जारी रखेगें. जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन को प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन बनाने का प्रयास किया जाएगा.
प्रमुख मांगे-
1. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं को नियमित किया जाए.
2. आंगनबाड़ी केन्द्रों का ठेका में चलाना बंद कर निजीकरण बंद किया जाए.
3. आंनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं को गे्रड 3 एवं ग्रेड 4 का दर्जा देकर कम से कम 15 हजार व 10 हजार रूपए वेतन दिया जाए.
4. कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को प्रतिमाह 5-10 तारिख के बीच वेतन का भुगतान सुनिश्चित किया जाए.
5. शासकीय छुट्टी दी जाए.
6. संगठन बनाने की स्वतंत्रता दी जाए.
7. सभी आंगबाड़ी केन्द्रों में बिजली, पानी, शौचालय की व्यवस्था की जाए.
8. ग्रेज्युटी , पेंशन , भविष्यनिधि स्वस्थ्य सुविधा समाजिक सुरक्षा दी जाए.
9. अन्य कामों में नियोजित न किया जाए.
10. यात्रा भत्ता छ: माह के भीतर नियमत: भुगतान किया जाए.
11. योग्यता अनुसार सुपरवाइजर पद पर पदोन्नति की जाए.
12. मध्यान्ह भोजन ,रेडी टू ईट, ईंधन मकान किराया का प्रतिमाह भुगतान .
13. कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं पर तानाशाही बंद हो.