बाप ने किया बेटी का अपहरण
बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अलग रह रही पत्नी को सबक सिखाने के लिए सौतेले पिता ने 6 साल की बेटी का अपहरण कर लिया उसका इरादा बेटी की जान लेने का था लेकिन आरपीएफ क्राइम ब्रांच की सक्रियता से 6 साल की बच्ची की जान बच गई.
आरपीएफ की क्राइम ब्रांच को कोटा पुलिस से सूचना मिली थी कि छेरकाबांधा (कोटा) से 6 साल की बच्ची का सोमवार को अपहरण हुआ है. आरोपी का हुलिया बताया गया और ट्रेन के रास्ते भागने की सूचना दी गई. आरपीएफ क्राइम ब्रांच बिलासपुर स्टेशन से गुजरने वाली हरेक ट्रेन की जांच कर रही थी.
इस बीच लोकल पुलिस से अपडेट मिला कि आरोपी बच्ची की मां यानी अपनी दूसरी पत्नी को फोन पर धमकी दे रहा है कि पुलिस को खबर करने पर बच्ची को चूहा मार दवा खिला देगा. लोकल पुलिस ने आरोपी के मोबाइल को सर्विलांस पर डाल रखा था. मंगलवार की शाम मोबाइल का लोकेशन रायपुर स्टेशन मिला.
आरपीएफ क्राइम ब्रांच ने मोबाइल लोकेशन की टाइमिंग का आंकलन किया. उस वक्त जनशताब्दी एक्सप्रेस रायपुर से बिलासपुर आने के लिए खड़ी थी. क्राइम ब्रांच की पूरी टीम जनशताब्दी एक्सप्रेस के बिलासपुर पहुंचने से पहले प्लेटफार्म 1 पर लाइन के दोनों ओर तैनात थी. ट्रेन जैसे ही रूकी एक व्यक्ति बच्ची को छोड़कर पार्सल गोदाम की ओर से भागने लगा. इसे दौड़ाकर पकड़ा गया. पूछताछ में पूरी कहानी सामने आ गई.
आरोपी की पहचान छेरकाबांधा निवासी 36 साल के लक्ष्मीदास मानिकपुरी के तौर पर हुई. उसकी जेब से चाकू और चूहामार दवा भी बरामद हुआ. आरपीएफ क्राइम ब्रांच प्रभारी एसके साहू ने मामले की पुष्टि करते हुए बच्ची और आरोपी को कोटा पुलिस के हवाले करने की जानकारी दी है. कोटा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया है.