खादी करोड़ों रोजगार दे सकता है: मोदी
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा खादी करोड़ों को रोजगार देने में समर्थ है. उन्होंने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में खादी तथा किसानों की बात की. मोदी ने जहां खादी को रोजगार देने वाला कहा वहीं किसानों के फसलों के लिये बीमा की बात की. नरेंद्र मोदी ने रविवार को इस साल के अपने पहले मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि खादी देश में करोड़ों लोगों को रोजगार दे सकती है. मोदी ने कहा, “खादी में देश के करोड़ों लोगों को रोजगार देने का सामथ्र्य है. यह अब देश के युवाओं की पसंद और पहचान बन गई है.”
उन्होंने कहा, “सरदार पटेल ने कहा था कि खादी भारत की सभ्यता की प्रतीक है और किसानों की भलाई भी खादी में ही है.”
मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में लोगों से हर साल 30 जनवरी को देश के शहीदों के लिए दो मिनट का मौन रखने की अपील भी की.
मोदी ने कहा, “अगर पूरा देश हर साल 30 जनवरी की सुबह 11 बजे एक साथ मौन रखे, तो आप उस एक पल में उत्पन्न होने वाली ऊर्जा की कल्पना कर सकते हैं. इसे आदत बना लेना चाहिए.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा सरकार द्वारा अगले दो साल में फसल बीमा योजना में देश के कम से कम 50 प्रतिशत किसानों को शामिल किया जाएगा. मोदी ने चिंता जताते हुए कहा कि फसल बीमा योजना में अब तक 20 से 25 प्रतिशत किसानों को ही शामिल किया गया है.
प्रधानमंत्री ने कहा, “हम कई साल से फसल बीमा के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन इससे 20 से 25 प्रतिशत से अधिक किसानों को फायदा नहीं हुआ है. क्या हम शपथ ले सकते हैं कि अगले दो साल में कम से कम 50 प्रतिशक किसानों को इस बीमा योजना में शामिल किया जाएगा. मुझे इसमें आपकी मदद चाहिए.”
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को हाल ही में कैबिनेट से स्वीकृति मिली है, जिसके तहत किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए कम प्रीमियम दरों पर बीमा की सुरक्षा दी जाएगी.
मोदी ने कहा, “देश में किसानों के बारे में बहुत कुछ कहा गया है. मैं इस बारे में ज्यादा नहीं कहूंगा, लेकिन किसानों के लिए सबसे बड़ी परेशानी है प्राकृतिक आपदा के कारण फसल का बर्बाद होना. जिसमें उनकी सारी मेहनत बर्बाद हो जाती है.”
उन्होंने कहा, “फसल बीमा ही इन किसानों की सुरक्षा का एक मात्र उपाय है. 2016 में हमने किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के रूप में एक बहुत बड़ा तोहफा दिया है.”
मोदी ने सभी श्रोताओं से उनका यह संदेश सभी किसानों तक पहुंचाने का आग्रह किया.