कर्नाटक में भी कमल
नई दिल्ली | डेस्क: कर्नाटक चुनाव में एक बार फिर मोदी का जादू चल गया और भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है. यहां 12 मई को 224 सीटों वाली विधानसभा के लिए 222 सीटों पर मतदान हुआ था. जिसके आरंभिक नतीजे मंगलवार को आये हैं.
कर्नाटक विधानसभा में सभी 222 सीटों के दोपहर तक जो रुझान आए, उसमें भाजपा की 10 पर जीत, 99 सीटों पर आगे की स्थिति थी, वहीं कांग्रेस की दो सीटों पर जीत और 69 पर वह आगे चल रही थी. इसी तरह जेडीएस 39 सीटों पर आगे थी.
माना जा रहा है कि भाजपा पूर्ण बहुमत के आसपास पहुंच सकती है. इधर कांग्रेस के मंत्री डीके शिवकुमार ने पार्टी की हार को स्वीकार किया. उन्होंने हार के लिए सत्ता विरोधी लहर को ज़िम्मेदार ठहराते हुये कहा कि हम हार की समीक्षा करेंगे.
चुनावी नतीजों के रुझानों पर इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने ट्वीट कर कहा कि अगर कर्नाटक चुनावी नतीजे का रुझान यही रहा तो मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के लिए बेहद अपमानजनक होगा. यह पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए भी गहरा झटका है. सिद्धारमैया को मतदाताओं ने उठा फेंका तो क्या कोई कांग्रेसी नेता राहुल गांधी से तीखे सवाल करेगा?
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कर्नाटक के चुनावी नतीजों पर कहा, ”कमल यहां भी खिला. बीजेपी की क्या शानदार जीत है. अब कर्नाटक में लोग सुशासन देखेंगे. आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता और बीजेपी कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत को सलाम.”
इधर पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वो ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे और 17 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ भी लेंगे. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या भाजपा को पूर्ण बहुमत मिल पायेगा? अगर पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा तो भाजपा जीत कर भी हार सकती है.