छत्तीसगढ़ में पत्रकार पर जानलेवा हमला
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के कांकेर में पत्रकार कमल शुक्ला पर कांग्रेस नेताओं ने हमला किया है. इस मामले में राज्य के गृहमंत्री ने कहा है कि दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी. हालांकि पुलिस ने इस हमले में जमानती धारायें लगाई हैं और खबर है कि सभी आरोपियों को जमानत भी मिल चुकी है.
कमल शुक्ला के अनुसार कांकेर के स्थानीय पत्रकार सतीश यादव के साथ शनिवार को उस समय मारपीट की गई, जब वे एक होटल में चाय पी रहे थे. हमला करने वाले उन्हें पीटते हुये थाने तक ले कर गये.
इस घटना की जब जानकारी पत्रकारों को हुई तो वे थाना पहुंचे, जहां नगरपालिका से जुड़े कई कांग्रेस नेता पहले से ही उपस्थित थे. आरोप है कि इन नेताओं ने पत्रकारों को गंदी गालियां बकी, उन्हें डराया, जान से मारने की धमकी दी और पिस्तौल लहराई. इन घटनाओं के वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया में उपलब्ध हैं.
इसके बाद सतीश यादव की रिपोर्ट पर कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह ठाकुर, मक़बूल ख़ान, मोनू शादाब व अन्य के ख़िलाफ़ मारपीट व धमकी देने का मामला दर्ज़ किया गया. वहीं जितेंद्र सिंह ठाकुर ने भी पत्रकार सतीश यादव के ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज कराई.
इसके बाद जब कमल शुक्ला व दूसरे पत्रकार थाने से बाहर निकले, उसी समय रेत और खनन से जुड़े नेताओं के एक बड़े समूह ने कमल शुक्ला पर हमला बोल दिया. इन नेताओं ने गंदी-गंदी गालियां बकीं और कमल शुक्ला को जान से मारने की धमकी दी. इस हमले में कमल शुक्ला के सिर में गंभीर चोट आई है.
इस घटना में कांग्रेसियों के शामिल होने के बाद भी राज्य सरकार ने इसे दो पत्रकारों के बीच की लड़ाई की तरह प्रचारित करने की कोशिश की. कांग्रेस पार्टी ने भी हमलावरों से पल्ला झाड़ लिया और दावा किया कि हमले में कोई कांग्रेसी शामिल नहीं था. हालांकि सोशल मीडिया पर नामजद आरोपियों की प्रोफाइल सार्वजनिक होने के बाद यह बात साफ हो गई है कि हमलावर कांग्रेस पार्टी से ने केवल जुड़े हुये हैं, बल्कि वे इसके अधिकारी भी हैं.