जय शाह के खिलाफ खबर पर इसलिये भड़की भाजपा
नई दिल्ली | संवाददाता: जय शाह की कंपनी के कारोबार को लेकर उठा विवाद छमने का नाम नहीं ले रहा है.अब कांग्रेस पार्टी ने सवाल उठाया है कि अगर मामला भाजपा से जुड़ा हुआ नहीं है तो भाजपा इस मामले में मुकदमा दायर करने की बात क्यों कर रही है? भाजपा का कहना है कि जय शाह पर लगाये गये आरोप भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह को बदनाम करने के लिये लगाये गये हैं. इसलिये भाजपा को आगे आना पड़ा.
गौरतलब है कि न्यूज़ वेबसाइट ‘द वायर’ में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के कारोबार के संबंध में छपी एक ख़बर पर रविवार को खूब हंगामा मचा. विपक्षी दल कांग्रेस के आरोपों के बाद केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलानी पड़ी.
गोयल ने कहा कि वेबसाइट पर छपी खबर गढ़ी गई है और अमित शाह के बेटे जय शाह सोमवार को अहमदाबाद में वेबसाइट के संपादक और रिपोर्टर के ख़िलाफ़ 100 करोड़ रुपये की मानहानि का आपराधिक मुक़दमा दर्ज कराएंगे.
कांग्रेस के प्रवक्ता कपिल सिब्बल ने वेबसाइट में प्रकाशित खबर का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि 2015-16 में जय शाह की कंपनी का सालाना कारोबार 50 हज़ार रुपये से बढ़कर 80.5 करोड़ रुपये तक पहुँचने की जाँच होनी चाहिए.
सिब्बल ने आरोप लगाया कि भाजपा के सत्ता में आने के एक साल के भीतर ही शाह की कंपनी का टर्नओवर 16000 गुना बढ़ा.
इससे पहले पीयूष गोयल ने कहा था कि अमित शाह की छवि खराब करने की कोशिश की गई. वेबसाइट ने भ्रामक, अपमानजनक और आधारहीन ख़बर दी है. जब इस वेबसाइट के लेखक ने जय शाह से कुछ सवाल पूछे तो उन्होंने जवाब में उन्हें सब कुछ भेज दिया था. जय शाह ने रिपोर्टर के भेजे प्रत्येक प्रश्न का जवाब दिया.
गोयल ने कहा कि शाह कमोडिटी बिज़नेस में 8-9 साल तक रहे. शाह और जितेंद्र शाह कमोडिटी ट्रेडिंग में पार्टनर थे. दोनों साथ मिलकर देसी चना, सोयाबीन समेत कई एग्री कमोडिटी बिज़नेस में उतरे. जय शाह की कंपनी का एनबीएफसी से लोन लेना गलत नहीं है और साथ ही यह लेटर ऑफ़ क्रेडिट था. जहां तक कंपनी के 16,000 गुना टर्नओवर की बात है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
पीयूष गोयल ने सफाई देते हुये कहा कि जब आप एक नए बिज़नेस की शुरुआत करते हैं, तो इसके बिज़नेस में बढ़ोतरी होना आम बात है. कमोडिटी बिज़नेस में 80 करोड़ बड़ी रक़म नहीं होती. हालांकि शाह की कंपनी को बाद में घाटा हुआ तो अक्टूबर 2016 में जय ने इस बिज़नेस को बंद कर दिया.