कैदियों को पीटने वाला जेलर सस्पेंड
रायपुर | संवाददाता : छत्तीसगढ़ सरकार ने पैसा नहीं देने पर बंदियों, कैदियों की बेदम पिटाई करने वाले सहायक जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया है.इसके अलावा जेल के दो सिपाहियों को भी निलंबित कर दिया गया है.
गौरतलब है कि रायगढ़ ज़िले के सारंगढ़ उप जेल में 25 फरवरी को कई बंदियों, कैदियों को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया गया था.
आरोप है कि उप जेल अधीक्षक ने इन कैदियों से पैसे की मांग की थी. इनमें से कई ने पैसे दिए भी थे.
लेकिन उप जेल अधीक्षक की मांग बढ़ती चली गई. इसके बाद सिपाहियों की मदद से बड़ी संख्या में बंदियों कैदियों की लाठी-डंडे से बेदम पिटाई की गई.
कई लोगों के सर फूट गए, कुछ के शरीर में घाव हो गए.
ऐसे ही एक बंदी ने अपनी पीड़ा परिजनों को बताई. जिसके बाद मामला सामने आया और खबरें छपीं.
इसके बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए मामले में राज्य सरकार से जवाब तलब किया.
इस बीच राज्य सरकार ने बिलासपुर के जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी को पूरे मामले की जांच के लिए सारंगढ़ भेजा.
इधर मानवाधिकार कार्यकर्ता और हाईकोर्ट की अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला व अधिवक्ता दिवेश कुमार ने भी सारंगढ़ पहुंच कर पीड़ितों, उनके परिजनों, प्रशासनिक और न्यायिक अधिकारियों से मुलाकात की.
इधर मामले की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य सरकार ने माना कि सहायक जेल अधीक्षक संदीप कश्यर इस घटना के लिए जिम्मेवार हैं. राज्य सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए, उनका मुख्यालय बिलासपुर रखा गया है.
इसके अलावा जेल के दो सिपाहियों को भी निलंबित किया गया है.
सरकार ने पूरे मामले में विभागीय जांच के भी निर्देश जारी किए हैं.