इंडोनेशिया: विमान दुर्घटना में 113 मरे
जकार्ता | एजेंसी: सुमात्रा द्वीप समूह में सैन्य विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 113 की मरने की आशंका है. इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप स्थित मेडन शहर के रिहायशी इलाके में मंगलवार को हरक्यूलिस सी-130 सैन्य मालवाहक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस विमान में सवार सभी 113 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है. एयर मार्शल आगस सुप्रितना ने मेडन में एक समाचार चैनल को बताया विमान पर कुल 101 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे. चालक दल के सदस्यों में तीन पायलट, एक सहयोगी और आठ तकनीशियन शामिल थे.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, वायुसेना के प्रमुख ने कहा कि गुरुवार दोपहर तक मेडन के एडम मलिक अस्पताल में पहुंचे 49 शव में से 23 शव की पहचान कर ली गई है.
आगस सुप्रितना ने कहा, “विमान में सामान के साथ-साथ, सैनिक और उनके परिजन भी सवार थे. विभिन्न इन अधिकारियों को उनकी तैनाती की जगह छोड़ने जा रहा था. हमें अभी तक यह पुष्टि करनी है कि विमान में प्रत्येक सैनिक के साथ उसके कितने परिजन यात्रा कर रहे थे.”
आगस ने कहा कि विमान ने मंगलवार सुबह जकार्ता के हलीम पर्दानकुसुमा हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी. देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थानांतरित हुए सैनिकों को लेने के लिए यह विमान कई जगह उतरा था.
समाचार चैनलों पर प्रसारित किए गए वीडियो फुटेज में दिखाया गया है कि मृतकों के शव एंबुलेंस द्वारा अस्पताल पहुंचाए गए. इस हादसे में बुरी तरह झुलसे दो व्यक्तियों को बचा लिया गया है.
इंडोनेशियाई वायुसेना के कमांडर एयर मार्शल आगस सुप्रितना ने एक साक्षात्कार में संकेत दिया है कि विमान में खराबी आने के कारण यह दुर्घटना हुई.
रिपोर्टों में कहा गया है कि चूंकि विमान घनी आबादी वाले क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, इसीलिए हादसे दर्जनों लोगों के मारे जाने की संभावना है.
उन्होंने कहा कि दुर्घटना से पहले विमान के चालक ने छावनी लौटने की मांग की थी.
आगस ने कहा, “दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले विमान में कुछ खराबी आ गई थी. हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) के साथ विमान के चालक की बातचीत से यह साबित किया जा सकता है.” उन्होंने बताया कि विमान का निर्माण 1964 में हुआ था और उसका परिचालन स्क्वाड्रन-31 द्वारा किया जा रहा था.