छत्तीसगढ़ में एक और टाइगर रिज़र्व
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के गुरुघासीदास पार्क को नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी ने टाइगर रिज़र्व के तौर पर मंजूरी दे दी है. यह देश का 53वां टाइगर रिज़र्व होगा.
छत्तीसगढ़ में अचानकमार, इंद्रावती और सीतानदी उदंती टाइगर रिज़र्व पहले से ही हैं.
अब गुरुघासीदास टाइगर रिज़र्व के साथ प्रदेश में टाइगर रिज़र्व की संख्या बढ़ कर चार हो गई है.
After 2+ years of waiting GuruGhasidasNP will finally be called as #TigerReserve, it is approved by technical committee of #NTCA. So now onwards #Chhattisgarh has four Tiger Reserves. @thealokputul @prernabindra @rameshpandeyifs @CentralIfs pic.twitter.com/AbPO6mPoiu
— Meetu Gupta (@MeetuGuptaCG) September 1, 2021
हालांकि राज्य में बाघों की हालत बेहद ख़राब है. बाघों की हालत का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि 2014 में राज्य में 46 बाघों की गणना की गई थी.
राज्य में भूपेश बघेल की सरकार आने के बाद 2018 की बाघों की गणना के आंकड़े घट कर 19 रह गये.
हालत ये है कि राज्य में 2018 के बाद से अब तक पांचबाघों की खाल बरामद की जा चुकी है. अगर इन आंकड़ों के साथ मिलान किया जाए तो राज्य में बाघों की संख्या महज 14 रह गई है.
कहां-कहां मिली बाघों की खाल
- 21 फरवरी 2019- डिंडौरी
- 8 दिसंबर 2019- कांकेर
- 24 जनवरी 2012- धमतरी
- 12 मार्च 2021- बस्तर
- 19 अगस्त 2021- पखांजूर, कांकेर