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गोदावरी बैराज: बस्तर के गांव खतरे में

जगदलपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बस्तर के दो गांवों के डूबने का खतरा पैदा हो गया है. तेलंगाना सरकार गोदावरी नदी पर दो बैराज बना रही है जो बीजापुर की सीमा पर स्थित है. इससे बीजापुर जिले के कोत्तूर एवं तारलागुड़ा गांव के डूबने की आशंका है. पहले से ही आंध्रप्रदेश के पोलावरम बांध के कारण सुकमा के बड़े भू-भाग का डूबने का खतरा बना हुआ है.

गौरतलब है कि तेलंगाना सरकार गोदावरी नदी पर जयशंकर जिले के लोटापेटामंडी में कंतनपल्ली सुजना श्रवंती बांध और भूपालपल्ली में तुपाकुलगुड़म के अपस्ट्रीम में देवादुल्ला लिफ्ट इरीगेशन परियोजना के लिए बैराज बना रही है. जिससे छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के दो गांवों के डूबने की आशंका है.

छत्तीसगढ़ के जलसंसाधन विभाग ने दोनों पर तेलंगाना के सामने विरोध दर्ज कराया है.

छत्तीसगढ़ शासन की ओर से बीजापुर जल संसाधन विभाग के ईई बीएल पटले ने देवादुला प्रोजेक्ट के ईई वी जगदीश को पत्र लिखकर वास्तविक जानकारी दिसंबर में मांगी थी. प्रोजेक्ट ईई ने इस बारे में पत्र लिखकर छग को अवगत कराया है कि इस बैराज से छत्तीसगढ़ की जमीन डूबान में नहीं आयेगी.

इधर छत्तीसगढ़ के बीजापुर के ईई ने फिर से पत्र लिखकर कहा है कि टोपोशीट के अनुसार छग की जमीन डूबान में आ सकती है. डूबान का नक्शा और राज्य की सीमा का चिन्हांकन करने के बाद ही काम शुरू करने तेलंगाना से कहा गया है. छत्तीसगढ़ ने तब तक बांध का काम रोकने कहा है.

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