एमएलए हॉस्टल में चार दिनों तक गैंगरेप
नागपुर | संवाददाता : नागपुर के एमएलए हॉस्टल में गैंगरेप की घटना सामने आने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
पुलिस का कहना है कि एमएलए हॉस्टल में गैंगरेप की वारदात सामने आने के बाद अब पुलिस एमएलए हॉस्टल की गतिविधियों पर नज़र रखेगी. इसके साथ-साथ पुलिस पुराने रिकार्ड भी खंगालने वाली है.
गौरतलब है कि नागपुर के एमएलए हॉस्टल मे गैंगरेप की एक घटना 18 अप्रैल को सामने आई, जिसमें बताया गया कि 17 साल की एक लड़की को चार दिनों तक एमएलए हॉस्टल में रखा गया और उसके साथ दो लोगों ने गैंगरेप की घटना को अजाम दिया. दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ़्तार कर 24 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में लिया है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोप इससे पहले किन-किन मामलों में संलिप्त रहे हैं.
पुलिस के अनुसार पीबी ज्वेलर्स का मालिक मनोज विनोद भगत 13 अप्रैल को अपनी ही शॉप में काम करने वाली पीड़िता के घर पहुंचा. उसने घर वालों को बताया कि उसका परिवार भोपाल जा रहा है. उसका परिवार चाहता है कि लड़की भी उसके साथ भोपाल जाये. घर वाले इसके लिये राजी हो गये.
पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि मनोज उसे अपनी कार में लेकर विधायक हॉस्टल पहुंचा. कार मे उसका दोस्च रजत मद्रे भी मौजूद था. आरोप है कि एमएलए हॉस्टल की पार्किंग में पहले पीड़िता के साथ गैंगरेप किया गया, जिसके बाद उसे एमएलए हॉस्टल के कमरा नंबर 320 में ले जाया गया, जहां दोनों आरोपियों ने चार दिनों तक उसे अपने साथ रखा और उसके साथ गैंगरेप किया.
इसके बाद आरोपी मनोज पीड़िता को 16 अप्रैल की शाम उसके घर छोड़ आया. लेकिन अगले दिन दूसरा आरोपी रजत शराब पी कर पीड़िता के घर पहुंचा और उसने घरवालों से दुर्व्यवहार किया. पीड़िता इससे काफी व्यथित हो गई और अपना घर छोड़ कर चली गई. इसके बाद पीड़िता की मां ने लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
पुलिस का कहना है कि पुलिस की तत्परता से पीड़िता को कुछ ही घंटों में तलाश लिया गया, जिसके बाद पीड़िता ने अपने साथ गैंगरेप की घटना की जानकारी पुलिस और परिजनों को दी. पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आनन-फानन में रिपोर्ट दर्ज की और आरोपियों को गिरफ़्तार किया.
आशंका जताई जा रही है कि पीड़िता को दोनों ने नशीला पेय पदार्थ भी पिलाया है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि दोनों ने गैंगरेप की कोई फ़िल्म तो नही बनाई या किसी तरह की तस्वीर तो नहीं खिंची है.