छत्तीसगढ़

एसवी पावर प्लांट में आग, 8 मज़दूर घायल

कोरबा | संवाददाता: कोरबा के एसवी पावर में घायल मज़दूरों की हालत स्थिर बनी हुई है. हालांकि कंपनी प्रबंधन इस बारे में कुछ भी कहने बताने से बच रहा है.गौरतलब है कि कोरबा के हरदीबाजार स्थित एसवी पावर प्लांट प्राइवेट लिमिटेड के टरबाइन हाउस के पास रविवार को अचानक भीषण आग लग गई थी. देखते ही देखते टरबाइन हाउस की आग पूरे प्लांट में फैल गई, टरबाइन हाउस में लगी आग से धुआं और कार्बन पूरे संयंत्र में फैल गया,जिसके कारण संयंत्र में काम कर रहे मजदूरों का दम घुटने लगा, बताया जा रहा है कि इस घटना में 8 मजदूर घायल हो गए है. जिनमें 4 महिला व 4 पुरूष शामिल है,जिन्हें उपचार के लिए गेवरा एनसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

आग लगने की खबर मिलते ही दीपका सहित विभिन्न संयंत्रों व संस्थानों के दमकल मौके पर पहुंच गई,लेकिन घंटों मशक्कत के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका. आग लगने का कारण शार्ट सर्किट को माना जा रहा है,घटना में करोड़ों के नुकसान की संभावना जताई जा रही है.

सूत्रों के अनुसार रविवार की दोपहर लाइट सप्लाई एरिया टरबाइन हाउस में अचानक आग लग गई. आग पूरे प्लांट में फैल गई. जब तक दमकल वाहन मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाते, पूरा प्लांट आग व धुएं से भर गया था. घंटों दमकल कर्मी आग बुझाने का प्रयास करते रहे.

जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय टरबाइन के पास मजदूर काम कर रहे थे. टरबाइन में आग लगते ही विस्फोट के साथ पूरे संयंत्र में धुआं व कार्बन फैल गया. जिसकी चपेट में आकर मजदूरों का दम घुटने लगा. किसी तरह गिरते-पड़ते मजदूर बाहर निकले जो अचेत हो गए. जिन्हें उपचार के लिए गेवरा एनसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

हालांकि आग लगने की घटनाओं को लेकर तरह-तरह की बात कही जा रही है. लेकिन माना यह जा रहा है कि टरबाइन जहां से विद्युत की सप्लाई होती है वहां शार्ट सर्किट के कारण आग लगी है. फिलहाल आग पर काबू पाने के साथ विवेचना में आग लगने के कारणों का खुलासा हो सकेगा.

एसवी पावर प्लांट में लगी आग को बुझाने दमकलों ने कई फेरा लगाया. आग बुझाने के लिए दीपका माइंस, नगर पालिका दीपका व अन्य औद्योगिक संयंत्रों के दमकल मौके पर पहुंचे थे. जिन्हें कई फेरा लगाया गया. चूंकि संयंत्र प्रबंधन के पास अपना खुद का दमकल नहीं है. जिसके कारण त्वरित रूप से आग पर काबू नहीं पाया जा सका.

इधर आग लगने की घटना में पावर प्लांट से उत्पादन पूरी तरह से बाधित हो गया है. आग से संयंत्र प्रबंधन को करोड़ों के नुकसान की आशंका है. एसीबी पावर इंडिया लिमिटेड हैदराबाद द्वारा 92 प्रतिशत शेयर वर्ष 2015 में खरीदे गए जो एसीबी इंडिया लिमिटेड की एक कंपनी है. मजे की बात यह है कि 25 लाख सालाना कोल वाशरी व 30 मेगावाट रिजेक्ट कोल बेस प्लांट यहां संचालित है. मूल कंपनी एसीबी इंडिया लिमिटेड ही है. कोरबा में कई समूहों द्वारा कोल वाशरी संचालित करने का प्रयास किया गया. लेकिन किसी भी समूह को इसमें सफलता नहीं मिली.

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