नेता प्रतिपक्ष: छिड़ सकती है जंग
रायपुर | एजेंसी: विधानसभा चुनाव में दस साल के वनवास को खत्म नहीं कर पाने के बाद भी अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस में घमासान मचने के आसार दिख रहे हैं. चुनाव हारने के बाद खासकर बड़े नेताओं का बयान आना कि भितरघात के कारण पार्टी पिछड़ गई. लगातार इस तरह के बयानबाजी के बाद से राजनीति गरमाती जा रही थी.
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार जोगी खेमा संगठन खेमा के नेतृत्व पर सवाल उठाने की तैयारी कर रहा है. वहीं संगठन खेमा भी भीतरघात को लेकर जोगी खेमे को घेरने के प्रयास में जुट गया है.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेसी पूरी तरीके से आश्वस्त थे. गत दिनों पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में इस पर कांग्रेसी नेताओं ने जोर भी दिया था कि इस बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता पर जरूर लौटेगी. वहीं एक्जिट पोल में कुछ चैनलों ने छत्तीसगढ़ से ही कांग्रेस को उम्मीद की किरण दिखाया था. हालांकि कांग्रेस हार गई है, लेकिन उसके नेता अभी भी शांत बैठने वाले नहीं हैं.
अब कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी को लेकर घमासान मचने के आसार नजर आ रहे हैं, क्योंकि इस बार नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे को भी हार का मुंह देखना पड़ा है. इसके चलते अब कांग्रेस नेताओं में नेता प्रतिपक्ष के लिए नए सिरे से होड़ मचेगी.
वरिष्ठ नेताओं में सत्यनारायण शर्मा, धनेन्द्र साहू, भूपेश बघेल चुनाव जीते हैं. संगठन से इनकी दावेदारी इस पद के लिए होगी. वहीं जोगी फिर से आदिवासी नेतृत्व को लेकर खेमाबंदी करेगा. डॉ. रेणु जोगी को नेता प्रतिपक्ष बनाने लाबिंग की जा रही है.
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष चयन के लिए जल्द प्रक्रिया शुरू की जाएगी. अब देखना होगा कि नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी के लिए जोगी खेमा भारी पड़ता है या फिर संगठन खेमा.