आर्थिक सर्वेक्षण में जीडीपी में सुधार की उम्मीद
नई दिल्ली | डेस्क : देश के आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक जीडीपी की वृद्धि दर साल 2020-21 में 6.0 से 6.5 फीसदी रहने की उम्मीद है. इसकी समीक्षा में सरकार ने कहा है कि वह सुधारों पर तेज़ी से काम करेगी. शुक्रवार को संसद के बजट सत्र के पहले दिन आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 पेश किया गया.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शुक्रवार को संसद में पेश आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 के अनुसार, 2025 तक देश में अच्छे वेतन वाली चार करोड़ नौकरियां पैदा होंगी और 2030 तक इनकी संख्या आठ करोड़ हो जाएगी.
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक़ महंगाई दर में अप्रैल 2019 की 3.2 की तुलना में दिसंबर 2019 में 2.6 फीसदी की तेज़ गिरावट आई है.
इसमें कहा गया है कि जीएसटी संग्रह में 4.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखाई गई है.
सर्वे में सरकार ने माना कि साल 2019, वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए कठिन साल रहा, जिसका असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिला.
सरकार का अनुमान है कि अगले पांच साल में चार करोड़ अच्छे वेतन वाली नौकरियां पैदा होंगी और इनकी संख्या 2030 तक बढ़कर आठ करोड़ तक हो जाएंगी.
आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारत के पास श्रम आधारित निर्यात को बढ़ावा देने के लिए चीन के समान अभूतपूर्व अवसर है. भारत में ‘असेम्बल इन इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ के कार्यक्रमों से दुनिया के निर्यात बाजार में भारत की हिस्सेदारी 2025 तक 3.5 फीसदी हो जाएगी, जो आगे चलकर 2030 तक छह तक हो जाएगी.
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, 2025 तक भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए जरूरी मूल्य संवर्धन में नेटवर्क उत्पादों के निर्यात में एक तिहाई की वृद्धि होगी.