बीएमसी चुनाव में शिवसेना यूटीबी और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला
मुंबई|डेस्कः महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुंबई के तमाम बड़े नेता ब मुंबई महानगरपालिका चुनाव की तैयारी में जुटे गए हैं. यह चुनाव मार्च या अप्रैल में हो सकते हैं. इसके लिए महायुति और महाविकास अघाड़ी ने तैयारियां शुरू कर दी है. जबकि उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वह इस चुनाव को महाविकास अघाड़ी से अलग अकेले लड़ेगी.
इस बीच अब यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि महायुति में भी कोई बड़ा फैसला हो सकता है. बीजेपी या तो अलग चुनाव लड़ेगी या फिर सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते, सबसे ज्यादा सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करेगी. इससे साफ हो गया है कि इस बार के चुनाव में शिवसेना यूबीटी और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है.
शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे आगामी बीएमसी चुनाव की तैयारी में दमखम के साथ जुट गए हैं. उन्होंने गुरुवार से पार्टी पदाधिकारियों की वार्डवार बैठकें शुरू कर दी है.
जबकि गठबंधन में उनके सहयोगी कांग्रेस ने अभी तक तैयारी शुरू नहीं की है. वहीं भाजपा अगले सप्ताह से अपना सदस्यता अभियान शुरू करने वाली है. भाजपा ने दावा किया है कि 227 में से 150 से अधिक सीटें जीतेंगे.
उद्धव ठाकरे को नेताओं ने सौंपा रिपोर्ट कार्ड
उद्धव ठाकरे को इस बात का अंदाजा है कि 2017 में बीएमसी की सत्ता कब्जाने से बाल-बाल चूक गई बीजेपी इस बार सत्ता हथियाने के लिए हर तरीका अपना सकती है. इसीलिए उद्धव ठाकरे ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
उन्होंने मातोश्री पर मैराथन बैठक की शुरुआत कर बाकायदा प्लानिंग की गई है कि किस क्षेत्र के नेताओं की कब बैठक होगी.
उन्होंने साथ ही नेताओं को रिपोर्ट कार्ड भी सौंपने कहा है. खुद उद्धव ठाकरे बैठक के जरिए समीक्षा करने वाले हैं.
उन्होंने विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुंबई में विधानसभा निरीक्षकों की नियुक्ति की है.
साथ ही उन्होंने वार्ड वार शाखा प्रमुखों से लेकर विभाग प्रमुखों तक से बातचीत की है.
इसके बाद निरीक्षकों ने 21 दिसंबर को एक बैठक में उद्धव ठाकरे को रिपोर्ट सौंपी.
भाजपा में कोर कमेटी की बैठक
भाजपा ने भी मंत्री आशीष शेलार की अध्यक्षता में मुंबई भाजपा इकाई की कोर कमेटी की बुधवार को बैठक बुलाई थी.
इस दौरान भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि 1 जनवरी से 15 जनवरी तक हम पूरे मुंबई में सदस्यता अभियान चलाएंगे.
5 जनवरी को हम बूथ स्तर पर स्टॉल और टेबल लगाएंगे और लोगों को भाजपा में शामिल करेंगे.
दूसरी ओर शेलार के मंत्री बनने के बाद पार्टी जल्द ही नए शहर भाजपा प्रमुख की नियुक्ति करेगी.