दिलीप, अमिताभ पद्म विभूषण
नई दिल्ली | मनोरंजन डेस्क: दिलीप कुमार तथा अमिताभ बच्चन को देश का दूसरा सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया. हालांकि, तबीयत नासाज़ होने के कारण दिलीप कुमार स्वंय पुरस्कार लेने नहीं जा सके. इसे अमिताभ ने ट्वीट करके बताया है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को ‘ट्रेजिडी किंग’ दिलीप कुमार और बॉलीवुड के ‘शहंशाह’ अमिताभ बच्चन को पद्म विभूषण से अलंकृत किया. पुरस्कारों की घोषणा इस साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की गई थी. राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुए पुरस्कार वितरण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की.
राष्ट्रपति ने पद्म विभूषण के अलावा पद्म अलंकरणों की अन्य श्रेणियों के पुरस्कार पद्मश्री और पद्म भूषण भी प्रदान किए.
असम के फिल्म निदेशक जाहनु बरुआ को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. बरुआ अपनी मातृभाषा में ‘ऐंड द रिवर फ्लोज’ और ‘अपरूप’ जैसी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्में बना चुके हैं. वह पिछले छह वर्षो से पूर्वोत्तर में कला एवं संस्कृति से संबंधित सामाजिक कार्य कर रहे हैं.
पुरस्कार वितरण समारोह में महानायक अमिताभ बच्चन काले रंग के बंदगला परिधान में पहुंचे. दिलीप कुमार समारोह में नहीं आ सके.
अमिताभ ने दिलीप की अनुपस्थिति की खबर ट्विटर पर देते हुए मंगलवार को लिखा, “दिलीप कुमार की तबीयत नासाज है. अपना पुरस्कार ग्रहण करने यहां नहीं आ पाएंगे.”
फिल्म ‘शहंशाह’ जैसी यादगार फिल्में करने वाले महानायक ने ‘दीवार’, ‘अग्निपथ’, ‘शोले’, ‘डॉन’, ‘ब्लैक’ व ‘पा’ जैसी सुपरहिट फिल्में की हैं.
इस मौके पर अमिताभ की पत्नी जया बच्चन, बेटे अभिषेक बच्चन व बहू ऐश्वर्या रॉय भी मौजूद थीं.
ट्रेजेडी किंग कहे जाने वाले दिलीप कुमार का असली नाम यूसुफ खान है. उन्होंने ‘आन’, ‘दाग’, ‘देवदास’, ‘मधुमती’, ‘पैगाम’, ‘मुगल-ए-आजम’, ‘गंगा जमुना’, ‘लीडर’ तथा ‘राम और श्याम’ जैसी कालजयी फिल्में की हैं.
इनके अलावा, वीरेंद्र हेग्गडे, महामहिम शहजादा करीम आगा खान, मलूर रामास्वामी श्रीनिवासन तथा के.के.वेणुगोपाल को पद्म विभूषण से नवाजा गया.
लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष सी.कश्यप, मंजुल भार्गव तथा अंबरीश मित्तल, जाह्नू बरुआ, डॉ.विजय भटकर, स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी, डॉ.पंडित गोकुलोत्सवजी महाराज, शिवकुमार स्वामिगलु को पद्म भूषण से नवाजा गया.
बिबेक देबरॉय, सबा अंजुम तथा रवींद्र जैन, डॉ.बेत्तीना शारदा बौमर, अशोक भगत, प्रो.जैक ब्लामो, प्रो.डॉ.लक्ष्मीनंदन बरा, डॉ.योगेश चावला, प्रो.नादाराजन राज चेट्टी, डॉ.शारूंगबम विमोला कुमारी देवी, प्रो.डॉ.के.पी.हरिदास,डॉ.सुनील जोगी, वैद्य राजेश कोटेचा, लाम्बर्ट मारकारेन्हस, मिट्ठा लाल मेहता, वीरेंद्र राज मेहता, तृप्ति मुखर्जी, नील हर्बर्ट नोंगकिंरिह, डॉ.दत्ता रायुडु नोरी, टी.वी.मोहनदास पै, जादव पायेंग, डॉ.नरेंद्र प्रसाद, रामबहादुर राय, मिताली राज, जगतगुरु अमृत सूर्यानंद महाराज, पी.वी.राजारमन, जगनमोहन सिंह राजपूत, थेगचे रिनपोछे, प्रो.विमल कुमार राय, शेखर सेन, प्रो.गुणवंत शाह, मनु शर्मा, योगराज शर्मा, वसंत शास्त्री, डॉ.एस.के.शिवकुमार, महेश राजसोनी, डॉ.हरगोविंद लक्ष्मीशंकर त्रिवेदी व रंगाराजन वासुदेवन को पद्म श्री से नवाजा गया.