छत्तीसगढ़

विधानसभा के बैंक में नोट नहीं- BSP

रायपुर | संवाददाता: नोटबंदी पर मुख्यमंत्री का प्रस्ताव 16 मतों से मंजूर हुआ. छत्तीसगढ़ विधानसभा में नोटबंदी पर मुख्यमंत्री के प्रस्ताव के समर्थन में 41 मत तथा विरोध में 25 मत पड़े. मतदान के समय कांग्रेस के 12 तथा भाजपा के 9 सदस्य सदन में उपस्थित नहीं थे. निर्दलीय विमल चोपड़ा ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. कांग्रेस से निष्काषित सदस्य अमित जोगी तथा आरके राय भी सदन में मौजूद नहीं थे.

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां की विधानसभा ने नोटबंदी के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया है.

मुख्यमंत्री रमन सिंह ने दावा किया कि नोटबंदी के फैसले से 96 फीसदी लोग चैन की नींद सो रहें हैं. वहीं, विपक्ष ने कहा कि इससे काला धन वापस नहीं आने वाला उल्टे जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा नोटबंदी से काले धन से चलने वाले नक्सलवाद तथा आतंकवाद पर शिकंजा कसने लगा है.

नोटबंदी पर मुख्यमंत्री द्वारा लाये गये प्रस्ताव का विरोध करते हुये कांग्रेस के भूपेश बघेल ने इसे नौटंकी करार देते हुये कहा कि इस पर जापान में हंसने वाले प्रधानमंत्री गोवा आकर रोने लगते हैं. उन्होंने दावा किया कि विदेशों से तो काला धन वापस नहीं ला पाये अब लोगों का ध्यान बंटाने के लिये नोटबंदी किया जा रहा है.

छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश ने सदन में कहा कि मोरारजी सरकार के नोटबंदी का जनजीवन पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा क्योंकि उस समय बड़े नोट केवल 12 फीसदी ही थे. उन्होंने कहा हमें काले धन से नहीं नोटबंदी की इस प्रक्रिया से ऐतराज है जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

भूपेश बघेल ने दावा किया कि नोटबंदी से बाजार में सन्नाटा है तथा छोटे नोट गायब होने से हाहाकार मचा हुआ है.

उन्होंने इसे एक षड़यंत्र बताते हुये कहा कि पहले 100 कॉर्पोरेट घरानों को 12 लाख करोड़ रुपयों का कर्ज दे दिया गया. उसके बाद इस साल 1 लाख करोड़ रुपयों का ब्याज माफ कर दिया गया. अब फिर से बैंकों के जरिये कॉर्पोरेट को कर्ज देने की साजिश हो रही है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने सदन में कहा कि 2 हजार के नोट से पहले 500 रुपयों का नोट लाना चाहिये था.

सदन में चर्चा के दौरान कांग्रेस के विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि नोटबंदी की घोषणा आरबीआई को करनी चाहिये थी लेकिन प्रधानमंत्री ने इस संवैधानिक संस्था की जुबान बंद करके खुद घोषणा कर दी.

बहुजन समाज पार्टी के सदस्य केशव चंद्रा ने कहा कि विधानसभा के बैंक और पोस्ट ऑफिस में नोट नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर नोट ने होने की बात कहकर लौटा दिया जा रहा है. जब विधानसभा के बैंक का यह हाल है तो गांव का क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.

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