नोटबंदी के समर्थन में बस 4.65 लाख !
नई दिल्ली | विशेष संवाददाता: 121 करोड़ में से 4.65 लाख ने नोटबंदी का समर्थन किया है. भारत की आबादी 121 करोड़ है जिसमें से 5 लाख लोगों ने मोदी ऐप के माध्यम से नोटबंदी पर कराये गये सर्वे में भाग लिया. जिसमें से 93 फीसदी याने 4.65 लाख लोगों ने इसका समर्थन किया है. मोदी ऐप में केवल 5 लाख लोगों ने भाग लिया है जबकि भाजपा का दावा करती रही है कि उसके देश में 10 करोड़ सदस्य हैं.
जाहिर है कि प्रधानमंत्री के द्वारा कराये गये इस डिजीटल सर्वे में उनकी ही पार्टी के 0.5 फीसदी से ज्यादा सदस्यों ने भाग नहीं लिया है. वह भी तब उनकी पार्टी के 5 लाख सदस्यों ने नोटबंदी पर कराये गये सर्वे में भाग लिया हो. हालांकि, यह आकड़ा महज 24 घंटों का है.
उल्लेखनीय है कि इसी साल के अप्रैल माह के अंत में केन्द्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा था कि देश में मोबाइल फोन उपभोक्ताओँ की संख्या 98 करोड़ है जिसमें से 30 करोड़ के पास इंटरनेट कनेक्शन है.
इस तरह से देखा जाये तो मोदी एप के माध्यम से नोटबंदी के बारे में महज 1.66 फीसदी लोगों ने ही अपनी राय दी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने ग्राफिक ट्वीट किया उसके मुताबिक सर्वे में 24 घंटे में 5 लाख लोगों ने हिस्सा लिया यानि हर मिनट 400 से अधिक जवाब आये. सर्वे के नतीजों के मुताबिक 48 फीसदी लोगों ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से हमें दिक्कत तो हुई, लेकिन एक बड़े कदम के आगे यह मायने नहीं रखती.
I thank people for the historic participation in the survey. Its satisfying to read the insightful views & comments. https://t.co/xf14LEiQHT pic.twitter.com/cGSBPlCnE5
— Narendra Modi (@narendramodi) 23 नवंबर 2016
सर्वे का रिजल्ट बताते हुये पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ”मैं इस सर्वे में लोगों की ऐतिहासिक भागीदारी के लिए उनका शुक्रिया अदा करता हूं. लोगों के गहन विचार और कमेंट्स पढ़कर संतोष महसूस कर रहा हूं.”
कैसा रहा सर्वे का परिणाम
* 98% ने सर्वे माना कि भारत में ब्लैकमनी मौजूद है.
* 99% ने मुताबिक भारत में भ्रष्टाचार और ब्लैकमनी की दिक्कत है जिससे लड़ने और जिसे उखाड़ फेंकने की जरूरत है.
* सर्वे में शामिल हुये लोगों में से 90% लोगों ने कहा कि नोटबंदी का कदम ब्लैकमनी से निपटने का बेहतरीन तरीका है.
* 92% के मुताबिक भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार के प्रयास बहुत अच्छे हैं.
* 90% लोगों ने मोदी सरकार के 500 और 1000 के नोट बंद करने के फैसले का समर्थन किया.
* नोटबंदी से कालाधन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद को रोकने में मदद मिलेगी? इस सवाल पर 90% लोगों का समर्थन मिला है.