तमिलनाडु में बंधक, छत्तीसगढ़ के लाल
कोरबा | अब्दुल असलम: छत्तीसगढ़ के कोरबा के पाली क्षेत्र से चार नाबालिक लड़को को काम के बहाने ले जाने और उन्हें बंधक बनाये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप यह भी है की नाबालिकों को ले जाने वाले दलाल ने लड़कों के बदले बोरवेल कम्पनी से 30 हजार लेकर उन्हें वही छोड़ दिया.
इनमे से एक लड़के ने किसी तरह वहां से आकर मामले की जानकारी लड़कों के परिजनों को दी जिसके बाद अन्य मामले की शिकायत पुलिस से की गई है. पुलिस बोरवेल कंपनी के लोकेशन का पता लगा टीम भेज लडकों को वापस लाने की बात कह रही है.
दरअसल, मामला कोरबा के पाली थानाक्षेत्र के ग्राम कोडार का है. जहां के रहने वाले बिरसराम पटेल, मिलाप पटेल, राजा राम यादव और मनोज कुमार को गांव के ही रहने वाले राकेश राज ने काम दिलाने के बहाने नागपुर ले जाने की बात कही और उन्हें अपने साथ ले गया. जबकि नाबालिक लड़कों को नागपुर के बदले तमिलनाडु ले जाया गया और वहां उनसे बोरवेल कंपनी में काम कराया जाने लगा.
मिली जानकारी के अनुसार वहां उनसे करीब 8 घंटे काम कराया जाता था और पैसे भी नहीं दिये जाते थे. ऐसे में मनोज नाम का एक लड़का वहां से किसी तरह छूटकर अपने गाव पंहुचा. मनोज ने गांव पहुंचकर बताया की बोरवेल कंपनी वाले उन्हें वापस नहीं आने दे रहे है. साथ ही उन्हें ले जाने वाले राकेश ने बोरवेल कंपनी से उनके बदले 30 हजार रूपये भी ले लिये हैं. अब बोरवेल कंपनी के लोग बाकी लोगों से सिर्फ काम कराते है और खाना देते है.
ऐसे में अब तीनों लड़कों के परिजन अपने बच्चों की रिहाई की गुहार लगा रहे है. इधर पुलिस का कहना है की लड़कों को कहा ले जाया गया है ये अब तक लोकेट नहीं हो पाया है. लोकेशन ट्रेस कर पुलिस टीम भेजी जायेगी और लड़कों को वापस लाया जायेगा.
इस मामले में पुलिस लड़कों की रिहाई के बाद कार्रवाई की बात कह रही है.