यौन उत्पीड़न: प्रोफेसर पर एक्शन हुआ
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में यौन उत्पीड़न को आरोप पर कार्यवाही की गई. छत्तीसगढ़ में यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद एक प्रोफेसर का तबादला कर दिया गया तथा उसकी तीन वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गई है. उस प्रोफेसर को हमेशा के लिये शैक्षणिक तथा मूल्यांकन के कार्यो से निलंबित भी कर दिया गया है.
बुधवार को राजधानी रायपुर स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जीएस तोमर का छात्राओं द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद अंबिकापुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र में तबादला कर दिया गया.
प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़ीन का आरोप लगने तथा इसकी शिकायत कुलपति एसके पाटिल से करने के बाद बुधवार दोपहर दो बजे से रात नौ बजे तक यौन उत्पीड़न समिति की बैठक चली. जिसके बाद यह कठोर कदम उठाया गया है.
||यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर का ट्रांसफर, वेतन वृद्धि रुकी, शैक्षणिक कार्यो से निलंबित किया गया.||
बैठक में कॉलेज यौन उत्पीड़न समिति की अध्यक्ष जयालक्ष्मी गांगुली, कुलपति डॉ. एसके पाटिल, रजिस्टार एसआर वर्मा, कृषि महाविद्यालय के डीन सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुये. समिति की बैठक में प्रोफेसर जीएस तोमर के खिलाफ छेड़खानी और यौन उत्पीड़न की शिकायत सही पाई गई.
गौरतलब है कि तोमर के खिलाफ लंबे समय से इस प्रकार की शिकायत हो रही थी, लेकिन किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई. आखिरकार एक दिन पहले बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने हिम्मत दिखाई और इस मामले की शिकायत पूरी क्लास ने कुलपति से की.
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के जनसंपर्क अधिकारी केके साहू ने कहा बैठक में एक-एक आरोप की छानबीन की गई. काफी मंथन और जांच-पड़ताल के बाद प्राध्यापक के खिलाफ लगाये गये सभी आरोपों को सही पाया गया. इसके बाद बैठक में सभी सदस्यों से बारी-बारी कर कार्रवाई के लिए राय ली गई. सभी ने उसे हमेशा के लिए शैक्षणिक और मूल्यांकन कार्य से निलंबित करने की बात कही. इसके बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया. साथ ही उसका तीन इंक्रीमेंट भी रोका जायेगा. तबादले पर मुहर लगते ही उसे तत्काल शाम तक रिलीव भी कर दिया गया है.