रिश्वतखोर कर्मचारी गिरफ्तार
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दो रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा है. शनिवार को एंटी करप्शन की टीम ने बेमेतरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में दबिश देकर सीताराम राजपूत तथा राकेश कुमार महिलांगे को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है.
दोनों सरकारी कलर्क राधा केलकर से यह रिश्वत लेते हुये एंटी करप्शन की टीम द्वारा गिरफ्तार किये गये हैं.
मिली जानकारी के अनुसार राधा केलकर पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नांदघाट में आया के पद पर कार्यरत थी. उसे एक मामले में निलंबित करके उसके खिलाफ विभागीय जांच की गई थी. विभागीय जांच में दोषी पाये जाने पर राधा केलकर की दो वेतन वृद्धि रोकी गई तथा उसे निलंबन से बहाल करते हुये बेरला में पदस्थ किया गया.
राधा केलकर ने दो साल तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया. इसके बाद उसने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बेमेतरा में जॉयनिंग हेतु आवेदन किया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बेमेतरा में जॉयनिंग हेतु आदेश पारित कर दिया.
जब राधा केलकर अपना जॉयनिंग आदेश लेने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पहुंची तो उससे आरोपियों ने दस हजार रुपये के रिश्वत की मांग की. दोनों आरोपी दो किस्तों में रिश्वत लेने को तैयार गये.
इसे बाद राधा केलकर ने इसकी शिकायत रायपुर के एंटी करप्शन ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक से की.
शनिवार को एंटी करप्शन की टीम राधा केलकर को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पहुंची. जहां पर सीताराम राजपूत ने पांच हजार रुपये लेकर राकेश महिलांगे को दे दिये.
एंटी करप्शन की टीम ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.