जेलों में लोकल ट्रेन से ज्यादा भीड़
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की जेलों में देश में सबसे ज्यादा भीड़ है. छत्तीसगढ़ की जेलों में क्षमता से 233.5 फीसदी ज्यादा कैदी भरे पड़े हैं. गृह मंत्रालय द्वारा जारी भारत की जेल सांख्यिकी 2015 के अनुसार छत्तीसगढ़ की 28 जेलों में 7,552 कैदियों की क्षमता है परन्तु इन जेलों में 17,662 कैदी भरे पड़े हैं.
हालांकि, देश के अन्य राज्यों की जेलों में भी क्षमता से अधिक कैदी रखे गये हैं परन्तु इस मामले में छत्तीसगढ़ के आसपास भी देश का कोई राज्य नहीं है. राष्ट्रीय स्तर पर जेलों में औसतन 114.4 फीसदी कैदी अधिक हैं जबकि छत्तीसगढ़ में यह आकड़ा 233.5 फीसदी का है.
हां, केन्द्र शासित प्रदेश दादरा नागरा हवेली की जेल की क्षमता 60 कैदियों की है जबकि यहां 160 कैदी रखे गये हैं. इस केन्द्र शासित प्रदेश में 276.7 फीसदी कैदी ज्यादा भरे हुये हैं.
केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादा संख्या में कैदी भर पड़े होने से यहां स्वच्छता का स्तर नीचे है तथा यहां कैदियों को सोने के लिये पर्याप्त जगह की व्यवस्था नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कैदियों का मानवाधिकार है कि रहने-सोने के लिये पर्याप्त स्थान मुहैय्या कराया जाये तथा सुविधायें दी जाये.
लेकिन बस्तर की जेलों में छत्तीसगढ़ की अन्य जेलों की अनुपात में कैदियों की संख्या ज्यादा है. जगदलपुर लीगल एड ग्रुप की वकील शालिनी गेरा का कहना है कांकेर के जेल की क्षमता 65 कैदियों की है जबकि इसमें 439 कैदी भरे पड़े हैं.
इसी तरह से दंतेवाड़ा की जेल की क्षमता 150 कैदियों की है परन्तु यहां भी 600 कैदी रखे गये हैं. इस तरह से दंतेवाड़ा की जेल में 4 गुना तथा कांकेर की जेल में 6.7 गुना कैदी ज्यादा हैं.
वकील शालिनी गेरा ने साल 2005 से 2012 के बीच किये गये एक अध्ययन के हवाले से कहा यहां पर कैदियों को सजा होने की दर महज 4.3 फीसदी ही है.
शालिनी का कहना है कि उस समय दंतेवाड़ा जिला एवं सत्र न्यायालय से सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार 95.7 फीसदी विचाराधीन कैदी सभी आरोपों से बाइज्जत बरी हुये थे.
शालिनी ने आरोप लगाया कि यहां की जेलों में बड़ी संख्या में आदिवासी बंद हैं जो गरीब तथा अनपढ़ हैं एवं उनकी पहुंच कानून व्यवस्था तक नहीं है.
छत्तीसगढ़ के जेल महानिदेशक गिरधारी नायक का कहना है कि हमने जेलों में 800 कैदियों की क्षमता बढ़ाई है. जल्द ही 1,500 कैदियों की क्षमता वाले जेल अस्तिस्व में आ जायेंगे. हमारे जेलों की क्षमता बढ़कर 10,000 कैदियों की हो जायेगी.