छत्तीसगढ़ को कृषि कर्मण पुरस्कार
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ को चौथी बार राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार से नवाज़ा गया है. शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह को नई दिल्ली में एक समारोह में प्रदान किया. छत्तीसगढ़ को यह पुरस्कार दलहन उत्पादन में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिये दिया गया है. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री के हाथों दो करोड़ रूपए का यह पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र ग्रहण किया. खेती-किसानी के क्षेत्र में विगत लगभग पांच वर्ष में राज्य को केन्द्र सरकार से चौथी बार यह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है. प्रदेश को विगत तीन कृषि कर्मण पुरस्कार चावल उत्पादन के लिए प्राप्त हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने दलहन उत्पादन में राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार मिलने पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सहित प्रदेश के किसानों को बधाई दी. पुरस्कार समारोह में केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और छत्तीसगढ़ के कृषि और जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी मौजूद थे.
समारोह में दलहनी फसलों की खेती के लिए छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के दो प्रगतिशील किसानों मानसिंह वर्मा ग्राम कोहड़िया (विकासखण्ड-बेरला) और सुनैना पटेल ग्राम भटगांव, (विकासखण्ड साजा) को ‘कृषि मंत्री कृषि कर्मण पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. उन्हें पुरस्कार के रूप में दो-दो लाख रूपए की सम्मान राशि के साथ प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ को इस बार का राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार वर्ष 2014-15 के रिकार्ड दलहन उत्पादन के लिए प्रदान किया गया. उस दौरान राज्य में सात लाख 85 हजार हेक्टेयर में दलहनी फसलों की खेती की गई और छह लाख 55 हजार मीटरिक टन पैदावार मिली, जो इसके पूर्व के वर्ष 2013-14 की तुलना में 39 प्रतिशत अधिक थी.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ को केन्द्र सरकार से पहला कृषि कर्मण पुरस्कार 16 जुलाई 2011 को मिला था. उस समय मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के हाथों इसे ग्रहण किया था. दूसरी बार 10 फरवरी 2014 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों नई दिल्ली में और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों राजस्थान के श्रीगंगानगर में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य के लिए यह पुरस्कार ग्रहण किया था. छत्तीसगढ़ सरकार के कृषि उत्पादन आयुक्त और अपर मुख्य सचिव अजय सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे.