छत्तीसगढ़

जादू-टोना: संदेह में मां-बेटी की हत्या

जगदलपुर | एजेंसी: जादू-टोना के संदेह में नारायणपुर में मां-बेटी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है. छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर नारायणपुर विकासखण्ड के आमापारा पंचायत के माहका गांव में ग्रामीणों ने जादू-टोना के शक में मां-बेटी की पीट-पीटकर हत्या कर दी और शवों को जला दिया. इस घटना के बाद से पूरा गांव में भय व्याप्त है. गांव खाली हो गया है, घरों में ताले जड़े हुए हैं.

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक अमित काम्बले ने बताया कि माहका गांव में जादू-टोना के शक में ग्रामीणों द्वारा दो लोगों की हत्या किए जाने की खबर मिली है. चूंकि मामला बहुत संवेदनशील क्षेत्रों में आता है. इसलिए स्थिति को देखकर सर्चिंग पार्टी के साथ पुलिस अधिकारियों को भेजने का विचार किया जा रहा है ताकि मामले की सभी बिन्दुओं पर जांच कर उचित कार्रवाई की जा सके.

मृतका रामबती के पति के मुताबिक मानूराम उइके के मुताबिक गांव के घोटुल में 13 नंवबर को बैठक हुई थी. इस बैठक में ग्रामीणों ने 60 वर्षीय दशरी और उसके बेटी 20 वर्षीय रामबती पर जादू-टोना का आरोप लगाया था. इसके बाद गांव के लोगों ने ग्रामीण घड़वाराम करंगा, उसकी पत्नी दशरी और बेटी रामबती की पिटाई कर दी थी. इससे दशरी और रामबती की मौत हो गई, ग्रामीणों ने मृत मां-बेटी के शवों को गांव से दो किलोमीटर दूर ले जाकर जला दिया. वहीं घड़वा राम करंगा की हालात नाजुक बनी हुई है.

बताया जाता है कि ग्रामीणों ने पीड़ित पक्ष को इस घटना की प्राथमिकी पुलिस में देने से मना किया है. मानूराम और उसके परिवार को भी गांव से चले जाने का फरमान सुनाया है. अब पीड़ित का पूरा परिवार खेत में झोपड़ी बनाकर रह रहा है.

मानूराम ने बताया कि उसकी सास और पत्नी पर गांव वाले हमेशा शक करते थे. जब भी गांव में कोई बीमार पड़ता, तो ये दोनों ही शक के दायरे में आते थे. गांव के ही सोनूराम करंगा ने बताया कि घोटुल में गांव के लोगों की बैठक हुई थी. इसमें दोनों को मार डालने का निर्णय लिया गया था.

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