छत्तीसगढ़: राजधानी में काला धन बरसा
रायपुर | संवाददाता: बुधवार को राजधानी में काला धन जमकर बरसा. मोदी सरकार के काले धन पर लगाम लगाने के लिये की गई घोषणा के बाद रायपुर में उसी की बरसात हो गई. मंगलवार रात जैसे ही घोषणा हुई कि 500 और 1000 के नोट बंद हो जा रहें हैं तथा उन्हें बैंक के माध्यम से बदला जायेगा, बुधवार सुबह से सराफा बाजार में काले धन की बरसात हो गई.
नेताओं, व्यापारियों तथा अफसरों के परिजनों ने जमकर सोना खरीदा. खबर है कि एक खरीददार ने 50 लाख रुपये का सोने का एक किलो का बार खरीदा है जबकि इसकी कीमत 32 लाख रुपये है.
वहीं सोने के गहने 40 हजार रुपया प्रति दस ग्राम के भाव से बिके. काले धन को ठिकाने लगाने के लिये सराफा व्यापारियों ने अपने काले ग्राहकों को जमकर लूटा. उनमें कोई भी खरीददार अब इस बात को मानने के लिये तैयार नहीं है कि उसने सोना खरीदा है.
जानकारों का मानना है कि रायपुर के सराफा बाजार में इतना सोना तो धनतेरस के दिन भी नहीं बिका था. सराफा व्यापारियों का 25 फीसदी माल एक रात में ही बिक जाने की खबर है.
हालांकि, जब इस ‘काले धन की बरसात’ की खबर आम हुई तो आयकर वाले सक्रिय हो गये. कुछ आयकर अधिकारी सराफा बाजार की टोह लेते देखे गये.
बाद में दिखावे के लिये सराफा व्यापारियों ने अपने दुकान के शटर आधे गिरा दिये.
बुधवार देर शाम वित्त मंत्रालय की ओर से निर्देश जारी किया गया कि आयकर विभाग इसकी जांच करें कि सभी सोने व गहने PAN नंबर से ही खरीदे जाये. निर्देश के अनुसार उन सराफा व्यापारियों के खिलाफ कार्यवाही की बात की गई है जिन्होंने बिना PAN नंबर के सोना बेचा है.
RS @adhia03 : A person buying jewelry has to give his PAN number;Instructions being issued to field authorities to check it withall jewelers
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) 9 नवंबर 2016
RS @adhia03 Action tobe taken against those jewelers who fail to take PAN numbers from buyers to ensure this requirement is not compromised
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) 9 नवंबर 2016