इन सीटों पर रहेेंगी नजर
रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ के दूसरे तथा अंतिम चरण के मतदान में कई दिग्गजों की राजनीतिक सांस अटकी हुई है. मंगलवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के 72 विधानसभा क्षेत्रो में चुनाव हो रहा है, जिसमें सत्ता तथा विपक्ष के भारी-भरकम चेहरे उम्मीदवार हैं.
वास्तव में इस दूसरे चरण के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के पास 35-35 सींटे हैं तथा बसपा के पास 2 सींटे हैं. यह 2008 के विधानसभा का आकड़ा है. इस बार छत्तीसगढ़ के उसी की सरकार बनेगी जो मंगलवार के मतदान में बाजी मार ले जायेगा. उसी की तूती पांच साल तक बोली जायेगी जिसके लिये मंगलवार का दूसरे चरण का मतदान मंगलमयी होगा.
11 नवंबर को हुए पहले चरण के चुनाव में 18 विधानसभा क्षेत्रों के लिये मतदान हो चुका है. पहले चरण में बस्तर तथा राजनांदगांव में चुनाव हुआ था. वैसे कहा तो यह जाता है कि छत्तीसगढ़ के सत्ता की चाबी बस्तर के पास है. बस्तर में हुए भारी मतदान का मंगलवार के दिन चल रहे मतदान में असर साफ तौर पर देखा जा रहा है. सुबह के 12 बजे तक 28 फीसदी मतदान हो चुका है. इससे इस बात के संकेत मिलते हैं कि छत्तीसगढ़ के अंतिम चरण के चुनाव में भी पहले की तुलना में ज्यादा मतदान होगा. आशंका है कि यह भारी मतदान कईयों को भारी पड़ सकता है.
पहले चरण में छत्तीसगढ़ की सबसे हाई प्रोफाइल सीट थी राजनांदगांव जहां से स्वंय मुख्यमंत्री रमनसिंह उम्मीदवार हैं. लेकिन इस दूसरे चरण के चुनाव में तो कई सीटें हाई प्रोफाइल हैं. लोगों की नजर सबसे ज्यादा बिलासपुर तथा रायपुर की दो सीटों पर है. रायपुर दक्षिण से भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल तथा कांग्रेस से किरणमयी नायक उम्मीदवार हैं. यहां पर मुकाबला कद्दावर मंत्री तथा तेज तर्राज मेयर के बीच में है. रायपुर पश्चिम से भाजपा के एक और कद्दावर मंत्री राजेश मूणत तथा कांग्रेस के नये तथा युवा प्रत्याशी विकास उपाध्याय के बीच हो रहा है. गौर तलब है कि पिछले चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल को 57.89 फीसदी तथा राजेश मूणत को 51.23 फीसदी मत मिले थे. बृजमोहन अग्रवाल 21.99 फीसदी तथा राजेश मूढ़त 14.81 फीसदी के अंतर से जीते थे.
बिलासपुर में मुकाबला भाजपा के ताकतवर मंत्री अमर अग्रवाल तथा कांग्रेस की वाणी राव के बीच में है. वाणी राव बिलासपुर की मेयर हैं तथा पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं. पिछले कुछ वर्षो से वाणी राव ने बिलासपुर में चल रहे सीवरेज को मुद्दा बना रखा है. देखना यह है कि जनता का फैसला किसके पक्ष में जाता है. गौर करने वाली बात यह है कि अमर अग्रवाल को पिछले विधानसभा चुनाव में 51.71 फीसदी मत मिले थे. अमर अग्रवाल ने 7.99 फीसदी के अंतर से जीत हासिल की थी. रायपुर की दो सीटों तथा बिलासपुर पर ही सारे राजनीतिक प्रेक्षकों की तेज नजर है कि यहां पर क्या होता है. इन तीनों सीटों पर भाजपा ने अपने अजमाये हुए प्रत्याशियों को चुनाव में उतारा है तो प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने नये चेहरों पर दांव खेला है.
इसी प्रकार खरसिया से कांग्रेस ने स्वर्गीय नंदकुमार पटेल के पुत्र उमेश पटेल को मैदान में उतारा है. उमेश पटेल के खिलाफ भाजपा ने जवाहर नायक को अपना उम्मीदवार बनाया है. खरसिया से इसके पहले कांग्रेस के अध्यक्ष नंदकुमार पटेल जीते थे. उन्हें 57.19 फीसदी मत मिले थे जो छत्तीसगढ़ में तीसरे नंबर पर रहा था. स्वर्गीय नंदकुमार पटेल को 23.48 फीसदी के अंतर से जीत मिली थी. पहले नंबर पर रमनसिंह तथा दूसरे नंबर पर बृजमोहन अग्रवाल थे. देखना यह है कि क्या उमेश पटेल को भी अपने पिता के समान ही जन समर्थन मिलता है या नहीं. इस बात को सभी मान रहें हैं कि उमेश पटेल को सहानुभूति का लाभ अवश्य मिलेगा.
मरवाही से कांग्रेस ने अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी को मैदान में उतारा है. उनके खिलाफ भाजपा ने समीरा पैकरा को टिकट दी है. पहले इस विधानसभा क्षेत्र से अजीत जोगी विधायक रहें हैं तथा यहां उनका पैतृक गांव भी है. मरवाही से 2008 के चुनाव में अजीत जोगी को 55.87 फीसदी मत मिले थे तथा छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा अंतर से वे ही जीते थे. अजीत जोगी ने 34.87 फीसदी के अंतर से जीत हासिल की थी. देखना यह है कि क्या अमित जोगी अपने पिता के रुतबे को कायम रख पाते हैं कि नहीं. उन्हीं की तरह कोटा का विधानसभा भी रेणु जोगी के कारण हाई प्रोफाइल का माना जा रहा है.
वैसे तो सभी सीटों को गिनकर ही सरकार बनती है फिर भी उपरोक्त के अलावा ऐसी कई सीटें हैं जिन पर राजनीतिक प्रक्षक ही नही प्रदेश के लोगों की नजर है. इसमें लोरमी, बिल्हा, मुंगेली, अंबिकापुर, पाटन, दुर्ग शहर तथा भिलाई नगर प्रमुख हैं. वास्तव में इनमें उम्मीदवारों ने विधानसभा को हाई प्रोफाइल बना दिया है. लोरमी से कांग्रेस के धर्मजीत सिंह, बिल्हा से भाजपा से धरमलाल कौशिक, मुंगेली से पुन्नूलाल मोहले, अंबिकापुर से कांग्रेस के टी एस बाबा, पाटन से कांग्रेस के भूपेश बघेल चुनाव लड़ रहें हैं. दुर्ग शहर से भाजपा के मंत्री हेमचंद यादव तथा कांग्रेस से अरुण वोरा उम्मीदवार हैं. भिलाई नगर से भाजपा के प्रेम प्रकाश पांडे तथा कांग्रेस से बदरुद्दीन कुरैशी मैदान में हैं.