छत्तीसगढ़: बच्चों पर अपराध में आगे
रायपुर | संवाददाता: बच्चों पर अपराध के मामले में 5वें स्थान पर. राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरों के ताजा आकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ देश के 28 राज्यों तथा 7 केन्द्र शासित प्रदेशों मे बच्चों पर हो रहे अपराध के मामले में 5वें स्थान पर है. यह आकड़े सरकारी हैं तथा इनकी पुष्टि की जा सकती है.
देश में सबसे ज्यादा बच्चों पर अपराध उत्तर प्रदेश में होता है जिसकी कुल राष्ट्रीय अपराध में हिस्सेदारी 16.93 फीसदी है. उसके बाद मध्यप्रदेश की हिस्सेदारी 14.16 फीसदी, दिल्ली की 12.36 फीसदी तथा महाराष्ट्र की 11.01 फीसदी है. इन पांचो राज्यों के बाद बदकिस्मती से छत्तीसगढ़ का स्थान आता है जहां बच्चों पर कुल राष्ट्रीय अपराध में हिस्सेदारी 6.42 फीसदी है.
इसी प्रकार से देश भर में बच्चों पर हो रहे अपराध की जांच कुल पिछले मामलों को मिलाकर 74,954 मामलों में चल रही है. जिसमें दिल्ली में 10805, उत्तर प्रदेश में 10735, महाराष्ट्र में 8652 तथा मध्यप्रदेश में 8547 मामलों में चल रही है. इसके बाद छत्तीसगढ़ का नंबर आता है जहां 3955 नये तथा पुराने मामलो की जांच चल रही है.
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरों के आकड़ों से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ में बच्चों पर अपराध तुलनात्मक रूप से देश में ज्यादे होते हैं. बच्चें जिन्हें समाज तथा देश का भविष्य माना जाता है उन पर यदि छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा अपराध हो रहे हैं तो मामला गंभीर है. इसके सामाजिक तथा आर्थिक पहलू पर गौर किया जाना चाहिये.
आखिरकार, छत्तीसगढ़ जैसे शांत राज्य में बच्चों पर अपराध ज्यादा क्यों हो रहे हैं. इसका एक दूसरा पहलू भी है कि छत्तीसगढ़ में बच्चें तुलनात्मक रूप से कम सुरक्षित हैं.