एसडीएम को गिरफ्तार करो: कांग्रेस
रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने एसडीएम सिसोदिया पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के महामंत्री तथा प्रवक्ता शैलेश नितिन त्रिवेदी ने मांग की है कि कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी के मामले में एसडीएम अर्जुन सिंह सिसोदिया पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी हो. इससे पहले बुधवार को दिन में बिल्हा में कांग्रेस अमित जोगी के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया. कलेक्टर के आश्वासन तथा बड़ी मशक्कत के बाद वापस लिया गया.
कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी की मौत के बाद कांग्रेसियों में आक्रोश का माहौल है. उधर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मामले की दण्डाधिकारी जांच के आदेश दे दिये हैं. इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये छत्तीसगढ़ कांग्रेस के महामंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा की सरकार में राजनैतिक विरोधियों के खिलाफ साजिशें और प्रशासनिक आतंकवाद चरम पर है. कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी की मौत इन्हीं साजिशों और प्रशासनिक आतंकवाद का ही परिणाम है.
कांग्रेस के शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि “प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के कहने पर ही लंबे समय से अर्जुन सिंह सिसोदिया को बिलासपुर में बनाये रखा गया है. एसडीएम अर्जुन सिंह सिसोदिया भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के चहेते है और उन्हीं के इशारे पर बिल्हा क्षेत्र के विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं और राजनैतिक विरोधियों को प्रताडि़त करते है. राजेन्द्र तिवारी ने आत्महत्या नहीं किया है. उन्हें भाजपा सरकार के प्रशासनिक आतंकवाद ने आग लगाने को विवश किया है. यह राजनैतिक और प्रशासनिक हत्या है. हत्यारे एसडीएम सिसोदिया पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार किया जायें.”
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आगे आरोप लगाया है कि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं का लगातार दमन किया जा रहा है. राजेन्द्र तिवारी ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के क्षेत्र में भाजपा के विरोध की कीमत चुकाई है. एसडीएम अर्जुन सिंह सिसोदिया ने 107-16 के मामले में वारंट निकाला. कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी को जेल में सड़ा देने की धमकियां दी गयी. इसी एसडीएम अर्जुन सिंह सिसोदिया ने सेवती बरतोरी बिल्हा के कांग्रेस के दलित कार्यकर्ता जीवन मनहर को अक्टूबर प्रथम सप्ताह जेल भेज दिया था. 107-16 में जमानत नहीं दी.
छत्तीसगढञ कांग्रेस का कहना है कि बीजापुर के कांग्रेस नेता विक्रम सिंह मंडावी का मामला भी इसी का एक और जीता जागता उदाहरण है. महेश गागड़ा को विधानसभा चुनाव में कड़ी चुनौती देने वाले और बीजापुर में अनेक सरकार विरोधी आंदोलनों का सफल नेतृत्व करने वाले विक्रम मंडावी को झूठे आरोपों का निषाना बनाया जा रहा है. यही है भाजपा सरकार का प्रशासनिक और पुलिसिया आतंकवाद.