छत्तीसगढ़: बच्चे की नरबलि
अंबिकापुर | संवाददाता: अंबिकापुर के लखनपुर में धर की आर्तिक तंगी दूर करने के लिये अपने ही बच्चे की नरबलि देने का मामला सामने आया है. लखनपुर के ग्राम तुंगा में 13 मई को जो 12 वर्षीय बच्चे की लाश मिली थी वह दरअसल नरबलि का मामला है. पुलिस ने नरबलि में शामिल मुख्य आरोपी के पिता तथा भाई को गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी तथा उसकी मां फरार है.
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार 11 मई को बालक को उसे बुआ के घर से कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसला का मुर्गा खिलाने के नाम पर घर से ले गया था. बालक को बुआ के घर से लेकर आने वाला व्यक्ति तुंगा निवासी विफल कंवर पिता शिवचरण 20 वर्ष था.
जब पुलिस ने उसके घर में दबिश दी तो विफल कंवर तो नहीं मिला, लेकिन घर के भीतर काफी मात्रा में खून का धब्बा देखा गया. जिसे छिपाने के लिए पुताई भी की गई थी.
इस नजारे को देख पुलिस को समझ में आ गया कि बालक की हत्या यहीं पर की गई होगी. पुलिस ने तत्काल विफल कंवर के पिता शिवचरण पैकरा व बड़े भाई भरत पैकरा को पूछताछ के लिए लखनपुर थाने बुलाया. लखनपुर पुलिस ने शिवचरण पैकरा व भरत पैकरा से पूछताछ की तो सारा मामला साफ हो गया.
दोनों ने पुलिस को बताया कि विफन पैकरा द्वारा बीते बुधवार 11 मई की रात को एक बालक को नरबलि देने के नीयत से घर लाया गया था. गुरुवार सुबह बालक को लेकर वह जंगल में चला गया था. रात के समय बालक को लेकर आरोपी विफल फिर घर लौट आया.
उसी रात आरोपियों ने सुनियोजित तरीके से घर में सूरज की बलि चढ़ा दी.