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सीएम ने कहा 1 लाख, अफसरों ने दिया 10 हजार

रायपुर | संवाददाता : लोक गायिका रमा जोशी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक लाख की सहायता देने की घोषणा की थी. लेकिन राज्य में छाई अफसरशाही ने मुख्यमंत्री की घोषणा को किनारे कर, रमा जोशी को 10 हजार रुपये की रकम थमा दी.


अफसरों ने मुख्यमंत्री के स्वेच्छानुदान से यह रकम स्वीकृत की है.

मुख्यमंत्री के स्वेच्छानुदान को लेकर पहले भी शिकायतें मिलती रही हैं. तरह-तरह के आयोजनों में पांचसितारा होटलों में लाखों रुपये उड़ा देने वाले अफसर, ज़रुरतमंदों को पैसे देने के लिये स्वेच्छानुदान मद में फंड का हवाला दे कर रोना-धोना मचा देते हैं.

ताज़ा मामला राज्य की लोक गायिका रमा जोशी का है. सास गारी देवे जैसे गीतों के लिये प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ की लोक गायिका रमा जोशी का जर्जर घर जुलाई में गिर गया था. इस दुर्घटना में रमा जोशी भी घायल हो गई थीं.

इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीटर पर लिखा- “मुश्किल दौर से गुजर रहीं छत्तीसगढ़ की लोक गायिका रमा जोशी जी के लिए मैं स्वेच्छानुदान मद से एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत करता हूँ। साथ ही मैं रमा जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।”

इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने भी इस संबंध में ट्वीट कर के इसे प्रचारित-प्रसारित किया.

राज्य सरकार के जनसंपर्क विभाग ने भी इस बात को लेकर ट्वीट किया और खबरें प्रचारित-प्रसारित करवाईं.

अब जबकि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के स्वेच्छानुदान से रमा जोशी को महज 10 हजार रुपये स्वीकृत किये हैं, तब रमा जोशी ने इस पर दुख व्यक्त किया है.

उन्होंने कहा है कि वे 10 हजार रुपये की इस रकम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को वापस करेंगी. उन्होंने कहा कि इलाज और घर की मरम्मत के लिये दी गई यह रकम वे सम्मानपूर्वक मुख्यमंत्री को वापस कर रही हैं.

UPDATE
05.09.2019 09.34
www.cgkhabar.com में इस खबर के प्रकाशन के बाद राज्य शासन ने अपनी ग़लती सुधार ली है. राज्य शासन ने इसे टंकन की ग़लती बताते हुये, एक लाख रुपये की रकम जारी करने संबंधी आदेश जारी कर दिया है.

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