ग्रामीण बाजारों में मंदी छाई
बिलासपुर | संवाददाता: नोटबंदी से छत्तीसगढ़ के ग्रामीण बाजारों पर बुरा असर पड़ा है. बिलासपुर के ग्रामीण बाजारों में खरीदी 60 फीसदी तक घट गई है. बिलासपुर के लगे सकरी, तिफरा, यदुनंदननगर, कोनी, लिंगियाडीह तथा सैदा के बाजारों में बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई है. जानकारों का मानना है कि राज्य के दूसरे ग्रामीण बाजारों का हाल भी इससे जुदा नहीं है.
दूसरी तरफ नोटबंदी के बाद सब्जियों के दाम इतने गिरे हैं कि गांव वालों के लिये इसे बेचना घाटे का सौदा होता जा रहा है. सैदा में मछली का व्यवसाय करने वाली नर्मदा बाई का कहना है कि मंदी ने उसके परिवार की आर्थिक हालत को हिलाकर रख दिया है.
गावों में बाजार लगाने वाले दुकानदार डिजिटल पेमेंट में लेनदेन करने से कतरा रहें हैं. उनमें से कईयों के बैंक में अकाउंट तक नहीं है. जिनके खातें हैं भी वे उसका उपयोग नहीं करते हैं.
दुकानदारों का कहना है कि दो हजार के नोट बंद करके छोटे नोट जारी किये जाने चाहिये जिससे खरीददार के पास नगदी होगी तभी जाकर उनकी हालत सुधरेगी.