नंदिनी सुंदर पर हत्या का मामला दर्ज
रायपुर | समाचार डेस्क: नंदिनी सुंदर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. छत्तीसगढ़ के बस्तर के तोंगपाल थाने में नंदिनी सुन्दर, अर्चना प्रसाद, संजय पराते, विनीत तिवारी, मंजू कवासी और मंगल राम कर्मा के खिलाफ 302, 120B, 147, 148, 149 ,452 तथा 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
नंदिनी सुन्दर दिल्ली विश्वविद्यालय की तथा अर्चना प्रसाद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली की प्रोफेसर हैं. संजय पराते छत्तीसगढ़ माकपा के राज्य सचिव हैं. विनीत तिवारी भी दिल्ली के ही रहने वाले हैं. मंजू कवासी गुफड़ी के सरपंच तथा मंगल राम स्थानीय ग्रामीण हैं.
उल्लेखनीय है कि नंदिनी सुंदर ने बस्तर के नृविज्ञान, इतिहास, संस्कृति और सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों को लेकर कई किताबें लिखीं हैं. इसके अलावा उन्होंने बस्तर के आदिवासियों से जुड़े कई मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं भी दायर की हैं.
नंदिनी सुंदर की याचिका पर ही कथित रूप से माओवादियों के ख़िलाफ़ सरकार के संरक्षण में चलने वाले हथियारबंद आंदोलन सलवा जुड़ूम को सुप्रीम कोर्ट ने बंद करने का निर्देश दिया था.
हाल ही में सीबीआई ने नंदिनी सुंदर की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में अपनी एक रिपोर्ट पेश की थी, जिससे मुताबिक साल 2011 में ताड़मेटला गांव में विशेष पुलिस अधिकारियों ने 252 आदिवासियों के घर जला दिये थे.
जानकारों की मानें तो जब वे खुद मौके पर नहीं थे तो उन पर हत्या का मुकदमा कैसे दायर किया जा सकता है. पुलिस ने अपराध दर्ज करने के दौरान इन लोगों के साथ-साथ बड़े नक्सली नेता विनोद, श्यामला, राजे, बादल, संजू, मासा, उमेश, लक्ष्मण, रामलाल सहित अन्य पर भी जुर्म पंजीकृत किया है.
इस मामलें में बस्तर के आईजीपी एसआरपी कल्लूरी का कहना है चूंकि टंगिया ग्रुप के सदस्य सामनाथ ने उक्त लोगों के खिलाफ थाने में अपराध दर्ज कराया था, जिसके चलते नक्सलियों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया है. हत्या की शिकायत मृतक की पत्नी ने तोंगपाल थाने में की थी, अब पुलिस मामले की जांच कर उन्हें गिरफ्तार करने की कार्यवाही करेगी. पूर्व में उक्त लोगों ने गांव में आकर ग्रामीणों को नक्सलियों का समर्थन करने दबाव डाला था, जिसके बाद हत्या हुई है. प्रथम दृष्टया हत्या एक षड़यंत्र के तहत हुई है, जिसके चलते वे भी मामले में आरोपी हैं.
गौरतलब है कि दरभा ब्लॉक के कुम्मकोलेंग के एक ग्रामीण सामनाथ बघेल की शुक्रवार रात नक्सलियों ने की हत्या कर दी थी. माओवादियों के खिलाफ टंगिया गिरोह नाम से संगठन बना कर आंदोलन चलाने वाले सामनाथ उस समय चर्चा में आये थे, जब उन्होंने नंदिनी सुंदर समेत दूसरे लोगों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की थी.
रविवार को तोंगपाल में लोगों ने सामनाथ बघेल की नक्सलियों द्वारा की गई हत्या के विरोध में रैली निकाली तथा प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 को दो घंटे के लिये जाम भी कर दिया था.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नक्सलियों के कथित समर्थक सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग की. गौरतलब है कि नक्सलियों ने सामनाथ बघेल की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी.
मृतक सामनाथ बघेल ग्राम सुरक्षा समिति का अध्यक्ष था. उल्लेखनीय है कि सामनाथ बघेल की अगुवाई में सामाजिक कार्यकर्ता नंदिनी सुंदर के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम भेजे ज्ञापन में सामाजिक कार्यकर्ता नंदिनी सुंदर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी.