1 Km पर CRPF का 1 जवान!
रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में फिलहाल केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 11 हजार अर्धसैनिक सैनिक बल और देने का आश्वासन दिया है. यदि ऐसा हुआ तो बस्तर के 40 हजार वर्ग किमी क्षेत्र में 41 हजार सुरक्षा कर्मी तैनात हो जाएंगे. इसके बाद तो एक किलोमीटर में एक सुरक्षा कर्मी की तैनाती हो जाएगी.
जाहिर है कि ऐसे में नक्सलियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में कुछ अधिक सफलता मिलेगी, वहीं नक्सलियों के मददगारों पर भी निगाह रखी जा सकेगी.
छत्तीसगढ़ राज्य को नक्सल समस्या विरासत में मिली है. छग में घूर नक्सली प्रभावित क्षेत्र बस्तर है वैसे भी बस्तर, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश , ओड़िशा के त्रिकोण से घिरा है. बस्तर में छिटपुट घटनाएं रोज ही होती हैं, पर बस्तर में 2010 में घात लगाकर सीआरपीएफ के 76 जवानों की शहादत हुई तो पिछले साल ही जीरम घाटी हादसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, नंद कुमार पटेल आदि की शहादत हुई तो राजनांदगांव जिले में नक्सली हमले में पुलिस से पुलिस कप्तान विनोद कुमार चौबे की भी शहादत हुई थी.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस्तर के 40 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में पुलिस बल के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बल की 31 बटालियन तैनात है. यानी करीब 31 हजार सुरक्षा कर्मी नक्सलियों से मुकाबला कर रहे हैं. बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बस्तर, कोंडागांव, नारायणपुर तथा कांकेर में सीआरपीएफ कोबरा कमांडो की 2 विशेष इकाइयों के अतिरिक्त केंद्रीय सुरक्षा बल की 31 बटालियन तैनात है.
हाल ही में सीआरपीएफ के 14 जवानों की शहादत के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के रायपुर आगमन पर उनसे अतिरिक्त सुरक्षा बल की मांग की गई थी.
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सली अभियानों में शामिल करने के लिए सीआरपीएफ की 10 तथा बीएसएफ की एक अतिरिक्त बटालियन तैनात करने की मंजूरी दे ही है. हाल ही में दिल्ली में नक्सली प्रभावित मुख्यमंत्रियों की बैठक में छत्तीसगढ़ को 4-5 सुरक्षाबल की कंपनियां तो जल्दी देने का निर्णय भी लिया गया है.