पाक गोलाबारी का माकूल जवाब
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: बीएसएफ जम्मू सेक्टर में शनिवार रात से जारी गोलाबारी का माकूल जवाब दे रहा है. जम्मू जिले में पाकिस्तानी रेंजरों ने स्वचालित हथियारों से जहां भारी गोलाबारी की वहीं मोर्टार बम भी फेंके. पाकिस्तान ने इस महीने अब तक 20 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है. बीएसएफ के महानिदेशक डी.के. पाठक ने रविवार को यहां कहा कि पाकिस्तान की ओर से हो रही गोलीबारी का माकूल जवाब दिया जा रहा है.
पाठक ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “बीएसएफ प्रभावी और जोरदार तरीके से गोलीबारी का जवाब दे रहा है और लगातार ऐसा करता रहेगा. हमारी लक्षित गोलीबारी की व्यापकता और तीव्रता उनकी गोलीबारी से अधिक प्रभावी है.”
पाठक ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से 16 अगस्त से ही गोलीबारी जारी है. उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी सैनिक ज्यादातर नागरिक इलाकों को निशाना बना रहे हैं.” उन्होंने कहा कि इस दौरान बीएसएफ की 25 चौकियों को निशाना बनाया जा रहा है.
बीएसएफ प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तानी मीडिया ने कहा है कि उनकी तरफ पांच व्यक्ति मारे गए हैं और 16 अन्य घायल हुए हैं. “जबकि हमारी तरफ दो व्यक्ति मारे गए हैं और सात अन्य घायल हुए हैं.”
पाकिस्तानी की ओर से जम्मू जिले से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास के आर.एस. पुरा और अर्निया इलाकों और सीमा सुरक्षा बल की चौकियों को लंबी रेंज के हथियारों से निशाना बनाया गया.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया आर.एस पुरा में पाकिस्तान की अग्रिम चौकी पर लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए.
उन्होंने बाताया कि उन्होंने पाकिस्तानी रेंजरों से फ्लैग मीटिंग के लिए कई बार आग्रह किया लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया और अब तक उनकी तरफ से कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला है.
पाठक ने कहा, “हमने गोलीबारी को लेकर पाकिस्तानी रेंजरों को विरोधस्वरूप कई पत्र भेजे. आखिरी पत्र शनिवार रात को भेजा गया.”
बीएसएफ के मुताबिक “बीती रात पाकिस्तान की ओर से रात 10 बजे गोलीबारी शुरू हुई. उन्होंने आर.एस. पुरा की 12 बीएसफ चौकियों और अर्निया की 10 बीएसएफ चौकियों पर गोलीबारी की.”
उन्होंने बताया, “पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा लंबी रेंज के हथियार प्रयोग करने से इस इलाके के 28 गांव सीधे पाकिस्तानी गोलीबारी चपेट में आ गए.”
जम्मू के प्रभागीय कमिश्नर शांतमनु ने बताया कि प्रशासन, सीमावर्ती गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ठहराने की तैयारी कर चुका है.
राज्य सरकार का कहना है कि अभी तक केवल 1,000 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जम्मू के आर.एस.पुरा और अर्निया के बाहर 3,000 ग्रामीण शिविरों में रह रहे हैं.
उधर पाकिस्तान की ओर से बार-बार संघर्ष-विराम का उल्लंघन किए जाने के मुद्दे पर रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि भारत ने पाकिस्तान की उत्तेजक कार्रवाई का उचित जवाब दिया है.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक कार्यक्रम के दौरान जेटली ने संवाददाताओं से कहा, “पाकिस्तान की उत्तेजक कार्रवाइयों का हमारी सेना आवश्यक और उचित जवाब दे रही है.”
जम्मू जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास बीएसएफ की चौकियों पर शनिवार को की गई गोलीबारी में दो लोग मारे गए और सात अन्य घायल हुए थे.