छत्तीसगढ़ में 268 का यूरिया 700 में
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में किसान खाद की किल्लत से परेशान हैं. एक तरफ किसान सूखे की आशंका से ग्रस्त हैं, वहीं दूसरी ओर खाद की कालाबाज़ारी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.
किसानों का आरोप है कि राजनांदगांव में 268 रुपये की यूरिया किसानों को सात सौ रुपये में बेची जा रही है. उन्होंने कहा कि सोसायटी में खाद उपलब्ध नहीं है, इसके उलट दूसरी दुकानों में खाद की अनाप-शनाप क़ीमत पर बिक्री की जा रही है.
खाद की कमी झेल रहे किसान, कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के सामने धरना दे कर बैठ गये.
किसानों का कहना है कि एक तरफ़ ज़िले के अधिकार खाद का पर्याप्त स्टॉक होने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दुकानों में बताया जा रहा है कि खाद उपलब्ध नहीं है. हालत ये है कि जिले के अधिकारियों को भी खाद के स्टॉक की कोई जानकारी नहीं है.
किसानों के दबाव के बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने छापामारी की कार्रवाई शुरु की और दुकान से खाद का स्टॉक भी बरामद किया. इस दुकान ने किसानों को स्टॉक नहीं होने का हवाला दे कर वापस कर दिया था.
कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि किसानों को खाद की आपूर्ति निर्धारित दर पर किये जाने के लिए समस्त उपाय किए जा रहे हैं. पिछले दो माह में 75 दुकानों पर जांच की गई और कई दुकानों के ख़िलाफ़ कार्रवाई भी की गई है.
इधर जाने-माने किसान नेता सुदेश टीकम ने कहा कि राजनांदगांव में किसानों को भ्रमित किया जा रहा है. अधिकारी और दुकानदार के बीच किसान परेशान हैं.
उन्होंने बताया कि ज़िले को सूखा घोषित करने और राजीव गांधी न्याय योजना का लाभ प्रति एकड़ दिए जाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया है.