छत्तीसगढ़बिलासपुर

शराबी दूल्हे को मंडप से लौटाया

बिलासपुर | एजेंसी: बिलासपुर में शराब के नशे में धुत दूल्हे को देखकर दुल्हन ने शादी करने से ही इनकार कर दिया. अपनी बेटी की अरमानों के आगे दुल्हन का पिता भी हंसी-खुशी राजी हो गया और शराबी बारातियों को खाली हाथ लौटा दिया.

आमतौर पर परिजनों द्वारा शादी तय करने के बाद ज्यादातर युवतियां शादी से इनकार नहीं करतीं. समाज व परिवार की जिल्लतें सहने के बाद भी बेटियां अपने बुजुर्गों के फैसले पर आंख मूंद कर अमल कर लेती हैं. यादव समाज में इस तरह से युवती द्वारा विवाह तोड़ने का मामला शायद ही आया होगा.

रोशनी ने महज दसवीं तक पढ़ाई की है. बावजूद इसके वह अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित है. यही वजह है कि उसने साहसी कदम उठाते हुए शराबी दूल्हे को ठुकरा दिया और बारातियों को खाली हाथ लौटने पर मजबूर कर दिया.

मामला सरकंडा थाना क्षेत्र के चांटीडीह स्थित रामायण चौक का है. यहां रहने वाले रामशरण यादव जिला सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक में चपरासी के पद पर कार्यरत हैं. उनकी दो बेटियां व एक बेटा है, जिसमें रोशनी यादव सबसे बड़ी है. 22 वर्षीय रोशनी यादव दसवीं तक पढ़ी है. उसकी शादी करीब सालभर पहले कोनी निवासी इंजीनियरिंग कॉलेज के चपरासी राजकुमार यादव के बेटे विक्की यादव से तय हुई थी. विक्की बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर है. तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को उनकी शादी होनी थी.

लिहाजा गाजे-बाजे के साथ कोनी से बाराती चांटीडीह रामायण चौक पहुंचे. रामशरण यादव व परिवार के सदस्य बारातियों का स्वागत करने में जुटे हुए थे. वहीं दुल्हन रोशनी सज-धजकर तैयार बैठी थी. बारात स्वागत होने के बाद जैसे ही दूल्हा विक्की मंडप में पहुंचा वह लड़खड़ाने लगा. उसकी हरकतों को देखकर रोशनी समझ गई कि उसका होने वाला पति शराब की नशे में धुत है.

उसे देखकर सहसा वह घबरा गई, लेकिन हिम्मत नहीं हारी. उसने दिलेरी का परिचय दिया और साफ तौर पर शादी करने से मना कर दिया. उसकी बातों को सुनकर वहां मौजूद बारातियों के पैरों से जमीन खिसक गई. वहीं मायकेवाले भी हैरान रह गए, लेकिन रोशनी शादी करने के लिए तैयार ही नहीं हुई. इस बीच पिता रामशरण भी वहां मौजूद थे. वह अपनी बेटी के फैसले को सिर आंखों पर लिया और बारातियों को हाथ जोड़कर वापस जाने के लिए कह दिया. इसके बाद बाराती खाली हाथ बैरंग लौट गए.

कार्यक्रम में मौजूद सर्वयादव समाज के अध्यक्ष गिरीश यादव कहते हैं कि समाज की बेटी रोशनी यादव ने शराबी युवक से शादी नहीं कर साहस का परिचय दिया है. उसके इस निर्णय की जितनी सराहना की जाए कम है. उसके इस फैसले से यादव समाज में जागरूकता आएगी और नशेड़ी युवकों को सबक मिलेगी. सभी बेटियों को अपने भविष्य की चिंता खुद करना चाहिए तभी समाज में सुधार हो सकेगा.

दुल्हन के पिता रामशरण यादव कहते हैं कि बेटी के सुनहरे भविष्य को देखकर मैंने यह फैसला लिया था, लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि जिसके साथ बेटी का रिश्ता तय कर रहा हूं वह शराबी है. मेरी बेटी ने शादी से इनकार कर मेरी आंखें खोल दी हैं. शराबी लड़के के साथ शादी तय कर उसकी जिंदगी खराब नहीं कर सकता. रोशनी के इस निर्णय से मैं भी सहमत हूं.

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