बिहार में खिचड़ी ने ली 11 छात्रों की जान
पटना | एजेंसी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि छपरा में मध्याह्न भोजन के कारण हुई 11 छात्रों की मौत की उच्च स्तरीय जांच की जायेगी. उन्होंने कहा कि यह समय राजनीतिक बयानबाजी का नहीं है. उन्होंने इस दुर्घटना में मारे गये बच्चों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा दिये जाने की घोषणा भी की.
गौरतलब है कि सारण जिले के मशरख प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय धरमसती, डंडामन में एक सरकारी विद्यालय में मंगलवार को मध्याह्न् भोजन खाने से 11 छात्रों की मौत हो गई, जबकि 60 से ज्यादा छात्र बीमार हो गए थे. मंगलवार को दोपहर में बच्चों को मध्याह्न् भोजन कराया गया था. खाना खाने के बाद सभी बच्चों को उल्टी आई और उन्होंने पेट में दर्द की शिकायत की.
बीमार छात्रों को तत्काल मशरख प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया जहां एक बच्चे की मौत हो गई. इसके बाद बीमार बच्चों को छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया जहां दस और बच्चों की मौत हो गई.सारण के जिला दंडाधिकरी अभिजीत सिन्हा ने कहा कि 60 बीमार बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
राज्य के शिक्षा मंत्री पी.के. शाही ने संवाददाताओं से कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि भोजन बनाने में प्रयुक्त खाद्य तेल मिलावटी था लेकिन जांच के बाद ही सबकुछ साफ हो पाएगा.
इधर भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की, जबकि राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद ने मौत का कारण कल्याण योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार बताया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को एक मिनट भी पद पर रहने का अधिकार नहीं है.