आसाराम बापू पर नहीं चलेगा रेप केस
जोधपुर: जोधपुर पुलिस ने आसाराम बापू को नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में राहत देते हुए उनके खिलाफ रेप केस वापस ले लिया है. जोधपुर पुलिस ने लड़की के मेडिकल परीक्षण में बलात्कार की पुष्टि न होने के चलते आसाराम बापू के खिलाफ बलात्कार का केस वापस ले लिया है, लेकिन उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न और छेड़खानी की कोशिश का मामला चलता रहेगा.
इससे पहले जोधपुर पुलिस की टीम ने आसाराम बापू को अहमदाबाद स्थित उनके आश्रम जाकर समन सौंप दिया. उनके अलावा आसाराम के छिंदवाड़ा गुरुकुल की संचालिका, हॉस्टल वॉर्डन और आसाराम के प्रमुख सेवादार शिवा को भी समन भेजा गया है. अब आसाराम बापू को 30 अगस्त से पहले जोधपुर पुलिस के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होना होगा.
अधर आसाराम बापू ने इंदौर में प्रवचन देते हुए खुद को निर्दोष बताया और कहा कि वे इस मामले में अग्रिम जमानत नहीं लेंगे. उन्होंने कहा कि, “मुझे बुरा लगता है लोग उस लड़की को पीड़ित कह रहे हैं, जबकि वह पवित्र है. उसने मुझसे दीक्षा ली है. उसके माता-पिता ने भी दीक्षा ली है, तो वह मेरी नातिनी और पोती के समान हुई.“
वहीं आरोप लगाने वाली लड़की के पिता ने कहा है कि आसाराम बापू ने वशीकरण कर उनके पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया है और उनकी जो बेटी बापू को ईश्वर मानती थी, उसके साथ राक्षस जैसा सलूक करके उसे कहीं का नहीं छोड़ा है.
गौरतलब है कि इस 16 वर्षीय लड़की ने 20 अगस्त को दिल्ली के कमलानगर पुलिस थाने में आसाराम के खिलाफ राजस्थान के जोधपुर शहर में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था.
दिल्ली पुलिस द्वारा 21 अगस्त को शिकायत की प्रति भेजे जाने के बाद जोधपुर पुलिस ने आसाराम के खिलाफ प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेज एक्ट की विभिन्न धाराओं और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी.