छत्तीसगढ़बिलासपुर

बच्चा पकड़े ट्रेन से घिसटता रहा यात्री

अनूपपुर | एजेंसी: अनूपपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म में खड़े यात्रियों में उस समय हड़कंप मच गया, जब उन्होंने देखा कि जम्मूतवी-दुर्ग एक्सप्रेस एक यात्री और उसके बच्चे को घसीट रही है.

यात्री एक हाथ में गेट के लोहे के हत्थे को पकड़ रखा था और दूसरे हाथ में अपने बच्चों को पकड़कर ट्रेन में चढ़ने की जद्दोजहद कर रहा था. प्लेटफार्म में खड़े यात्रियों के शोर-शराबे के बाद ट्रेन के गार्ड ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई. इसे कुदरत का करिश्मा ही कहेंगे कि मौत के मुंह में जाकर पिता व बच्चा लौट आए. पिता के हाथ पैर में चोटें आई हैं.

मेंस यूनियन बिलासपुर रेल मंडल के ट्रेन गार्ड व मंडल संयोजक एस.एम. जयप्रकाश ने बताया, “मैंने प्लेटफार्म में खड़े यात्रियों का शोर-शराब सुनकर केवल यही सोचकर इमरजेंसी ब्रेक लगाया कि कोई घटना हो गई है. आशंका सही निकली. एक यात्री अपने बच्चे को लेकर एस कोच के गेट में लटका हुआ था. ट्रेन के रुकने पर उन्हें निकाला गया. बच्चा तो पूरी तरह सुरक्षित था. पिता के पैर व शरीर के कुछ हिस्से में चोंटें आई है.”

घटना शनिवार दोपहर 2 बजे की है. 18216 जम्मूतवी-दुर्ग साप्ताहिक एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय अनूपपुर रेलवे स्टेशन पहुंची. इस बीच एसी2 कोच में सफर करने वाला एक यात्री अपने बच्चे के साथ पानी लेने के लिए प्लेटफार्म में उतरा. वह बोतल में पानी भर रहा था. जैसे ही यात्री पीछे पलटा तो वह हड़बड़ा गया. ट्रेन प्लेटफार्म से छूट रही थी.

वह ट्रेन को पकड़ने के लिए अपने कोच की तरफ दौड़ा. बच्चे को गोद में लेकर वह दौड़ रहा था और इधर ट्रेन धीरे-धीरे गति पकड़ रही थी. जैसे ही वह एसी2 कोच के पास पहुंचा, उसने एक हाथ से गेट के लोहे को पकड़ा और चढ़ने का प्रयास किया, लेकिन वह चढ़ नहीं पाया.

वह अपने आप को नियंत्रित भी नहीं कर पाया, लेकिन उसने लोहे को नहीं छोड़ा और बच्चे को पकड़े घिसटता गया. प्लेटफार्म में काफी भीड़ थी. इस घटना को प्लेटफार्म में खड़े यात्रियों ने देखा तो उनकी आंखें खुली की खुली रह गई. दोनों को बचाने के लिए सभी यात्री बचाव-बचाव कहते हुए जोर-जोर चिल्लाने लगे. ट्रेन में बैठे यात्री भी कुछ समझ नहीं पा रहे थे.

इस बीच ट्रेन के गार्ड व मेंस यूनियन के मंडल संयोजक एसएन जयप्रकाश को दुर्घटना का आभास हुआ. बिना कुछ सोचे समझे उसने सबसे पहले इमरजेंसी ब्रेक लगाई.

यात्री और उसका बच्चा दोनों सुरक्षित थे. पिता के पैर व कुछ हिस्से में खरोंच थी. दोनों को प्लेटफार्म में लाया गया. इसके चलते कुछ देर तक ट्रेन स्टेशन पर ही खड़ी रही.

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