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अल-लीबी पर मुकदमा चलेगा: ओबामा

वाशिंगटन | एजेंसी: अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा ने कहा है कि लीबिया से गिरफ्तार किये गये अबु अनस अल-लीबी पर अमरीकी कानून के मुताबिक मुकदमा चलाया जायेगा. ज्ञात्वय रहे कि अबु अनस अल-लीबी 1998 में तंजानिया तथा केन्या में अमरीकी दूतावासो पर हमले का आरोपी है. गौर तलब है कि अमरीकी प्रशासन ने इस अभियान की जानकारी लीबिया सरकार को नही दी थी.

ह्वाइट हाउस में केंद्रीय सरकार के शटडाउन के मुद्दे पर आयोजित टेलीविजन प्रेस कांफ्रेंस में ओबामा ने यह बात कही.

यह पूछे जाने पर कि क्या 1998 में तंजानिया एवं केन्या में अमरीकी दूतावासों पर हुए हमलों के गिरफ्तार संदिग्ध आरोपी अल-लीबी के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का पालन किया गया, ओबामा ने सवाल को टाल दिया और जोर देकर कहा कि अमेरिका के पास साजिश और हमलों में अल-लीबी के शामिल होने के पुख्ता सबूत हैं.

उन्होंने कहा, “अल-लीबी को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा.” अमरीकी सेना ने बीते शनिवार लीबिया में एक अभियान के तहत लंबे समय से अल-कायदा के सदस्य रहे अबु अनस अल-लीबी को गिरफ्तार किया.

ओबामा ने कहा कि उन्होंने इस अभियान के लिए सेना को मंजूरी दी थी और अल-लीबी को लीबिया के एक सुरक्षित बाहरी इलाके से युद्ध के नियमों के तहत गिरफ्तार किया गया.

अबु अनस अल-लीबी

यह अलकायदा का ऊचें दर्जे का आतंकवादी है तथा लीबियन इस्लामिक ग्रुप का प्रमुख सदस्य है. सीआईए के एक पूर्व अधिकारी के अनुसार अल-लीबी ‘वह एक योद्धा है. वह एक कवि है. वह एक विद्वान है. उन्होंने कहा कि एक पंडित है. वह एक सैन्य कमांडर है. और वह अल कायदा के भीतर एक बहुत करिश्माई, युवा, ढीठ बढ़ती स्टार है, और मुझे लगता है कि वह पूरे वैश्विक जिहादी आंदोलन पर लेने के मामले में ओसामा बिन लादेन के उत्तराधिकारी बन गया लगता है.’

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